माफ़िया राज भारतीय उपमहाद्वीप के देशों में ऐसी राजनैतिक और आर्थिक स्थिति को कहते हैं जिसमें किसी क्षेत्र की सरकारी या राष्ट्रीय संपत्ति पर नेताओं, उद्योगपतियों, सरकारी अफ़सरों, पुलिस कर्मचारियों या अन्य लोगों का एक ग़ैर-क़ानूनी गुट नियंत्रण पा लेता है और फ़िर उसे निजी फ़ायदे के लिए लूटता है। भारत में यह कोयले, भूमि, लकड़ी, सरकारी निर्माण योजनाओं और बहुत से अन्य क्षेत्रों में देखा गया है। इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण बिहार और झारखंड राज्यों का चारा घोटाला था।[1][2]