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मतदान % | 89.22% | |||||||||||||||||||
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मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव 23 सितम्बर 2018 को सम्पन्न हुए, जिसमे प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ़ मालदीव की तरफ़ से वर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन और विपक्ष के संयुक्त उम्मीद्वार तथा मालदिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के मध्य मुकाबला था।
चुनाव परिणामों में सोलिह की आश्चर्यजनक जीत हुई और वे 58.3% मत पाकर मालदीव के राष्ट्रपति बनें।[1] वे अपना कार्यालय 17 नवम्बर 2018 को ग्रहण करेंगे। सोलिह देश के तीसरे लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति हैं। उनसे पहले 2008 में मोहम्मद नशीद मॉमून अब्दुल गय्यूम को हराकर लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति बने थे।
मालदीव के राष्ट्रपति का चुनाव द्वि चरणीय पद्धति से होता है; अगर चुनावों में दो से ज्यादा उम्मीद्वार हो तथा किसी को प्रथम चरण में 50% से अधिक मत न मिले तो द्वितीय चरण सम्पन्न होता है।[2]
इन चुनावों में दो उम्मीद्वार थे। वर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन सत्तारूढ़ प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ़ मालदीव के उम्मीद्वार थे जबकि विपक्ष के संयुक्त उम्मीद्वार इब्राहिम मोहम्मद सोलिह थे जो कि विपक्षी दल मालदिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी से थे।[3][4]
पदस्थ राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने चुनावों में आर्थिक विकास तथा इस्लामीकरण को बनाया था,[5] और उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे ईसाई पादरियों द्वारा समर्थित हैं।[6] उनकी सरकार चीन सरकार की करीबी मानी जाती है क्योंकि उन्होंने चीन सरकार के साथ मुक्त व्यापार अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था तथा विनिर्माण परियोजनाओं के लिये चीनी धन उधार लिया था जबकि विपक्ष भारत से रिश्ते सुधारने की मांग कर रहा था।[7]
चुनावों से पूर्व यामीन ने सभी नागरिकों के लिये घर के साथ ही यातायात व बिल पर लगने वाले दण्डों को खत्म करने का वादा किया था।[6] इस क्रम में सैकड़ों बंदियों को भी मुक्त किया गया।[6]
चुनावों से पूर्व यामीन ने अपने समर्थक अहमद शरीफ़ को मुख्य चुनाव आयुक्त बना दिया, जिससे चुनावों में मतों के साथ छेड़छाड़ होने की सम्भावना उत्पन्न हो गयी।[8] अन्तरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के चुनाव निगरानी पर रोक लगा दिया गया तथा विदेशी मीडिया पर भी कठोर प्रतिबन्ध लगाये गये।[7]
पुलिस ने चुनाव के एक दिन पूर्व ही डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यालय पर छापा मारा तथा दावा किया कि वे "पैसे बाँटकर मत खरीदने" के मामले की जाँच करने आये हैं। अमेरिकी तथा ब्रितानी सरकार ने इस छापेमारी की निन्दा की।[6]
चुनाव के दिन मतदान केन्द्रों पर भारी भीड़ के कारण मतदान को तीन घण्टे के लिये बढ़ा दिया गया।.[7]
चुनाव | पार्टी | मत | % | |
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इब्राहिम मोहम्मद सोलिह | मालदिवियन डेमोक्रेटिक पार्टी | 134,705 | 58.38 | |
अब्दुल्ला यामीन | प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ़ मालदीव | 96,052 | 41.62 | |
अमान्य मत | 3,132 | – | ||
कुल | 233,889 | 100 | ||
पंजीकृत मतदाता/मत-प्रतिशत | 262,135 | 89.22 | ||
स्रोत: मालदीव निर्वाचन आयोग |