मोहन आगाशे

मोहन अगाशे

मोहन अगाशे
जन्म मोहन महादेव अगाशे
23 जुलाई 1947 (1947-07-23) (आयु 77)
भोर,[1] बॉम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत
आवास पुणे
राष्ट्रीयता भारतीय
पेशा अभिनेता, मनोचिकित्सक

डॉ मोहन महादेव आगाशे (जन्म 23 जुलाई 1947) एक भारतीय रंगमंच और फिल्म अभिनेता और मनोचिकित्सक है। 1996 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।[2]

प्रारंभिक जीवन

[संपादित करें]

मोहन आगाशे का जन्म महाराष्ट्र के भोर में हुआ था। वह भोर में प्रारंभिक शिक्षा के बाद अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए पुणे आ गए। मोहन आगाशे ने बीबी जे मेडिकल कॉलेज, पुणे से एमबीबीएस डिग्री के लिए अध्ययन किया। बाद में वह मनोचिकित्सा में स्नातकोत्तर पूरा करने के लिए कॉलेज वापस आए। उन्होंने डॉ डीएन नंदी के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया जोकि देश में सबसे अच्छे मनोचिकित्सकों में से एक माने जाते हैं। पुणे में अपने मेडिकल कॉलेज के वर्षों के दौरान, उन्हें उत्पल दत्त द्वारा नाटक-कला के सम्पर्क में आये और उन्हें उससे प्यार हो गया।[3]

चिकित्सक

[संपादित करें]

मोहन आगाशे ने बीजे मेडिकल कॉलेज और पुणे में ससून अस्पताल में मनोचिकित्सा के अध्यापक के रूप में कार्य किया। अपने मेडिकल कैरियर के अलावा, उन्होंने नैदानिक मनोविज्ञान और मनोविज्ञान के क्षेत्र में भी काम किया। आगाशे ने पुणे के सरकारी अस्पताल में काम करने का विकल्प चुनकर अपना प्रारंभिक करियर शुरू किया था। उन्हें सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में आयोजित भारतीय मनोवैज्ञानिक सोसाइटी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आयोजन समिति की बैठकों की अध्यक्षता करने का सम्मान मिला।

आगाशे, महाराष्ट्र मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के संस्थापक निदेशक है। उनके पढ़ाये छात्र भारत, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में मनोचिकित्सक के रुप में प्रसिद्ध है।

1991 में पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ मानसिक स्वास्थ्य की स्थापना में भी आगशे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पुणे, भारत में स्थित मानसिक स्वास्थ्य विज्ञान में एक राज्य स्तरीय प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान है।

1993 के लातूर भूकंप के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने एक शोध परियोजना शुरू की थी, और आगाशे को घटना के मानसिक स्वास्थ्य प्रभाव को समझने के लिए प्रमुख जांचकर्ता नियुक्त किया गया था।

1998 में, मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा और सेवा में सुधार करने के लिए आगाशे की परियोजना ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा मानसिक शिक्षा पर एक नई नीति के गठन की शुरुआत की। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा और सेवा पर महाराष्ट्र सरकार के सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है।

आगाशे वर्तमान में थकान और कमजोरियों के सांस्कृतिक विकारों पर एक भारत-यूएस संयुक्त परियोजना के लिए मुख्य जाँचकर्ता हैं।

अगाशे का अभिनय के प्रति प्यार ने उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से नाटक में काम करने के लिये समय निकाल्ने मे मदद की। उन्होंने नाटकों में काम करके अभिनय में अपने करियर की शुरूआत की। अप्रैल 1997 में उन्हें भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान, पुणे का महानिदेशक भी बनाया गया था, हालांकि 2002 उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था।[4]

फिल्मोग्राफी

[संपादित करें]

अगाशे ने मुख्यत: मराठी और हिन्दी फ़िल्मो में काम किया है, इसके अलावा उन्होंने कुछ बंगाली, मलयाली और तमिल फ़िल्मों में भी अभिनय किया है।

टेलेविजन

[संपादित करें]

पुरस्कार और नामांकन

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. Oxford Reference
  2. Awards and Honours Archived 23 नवम्बर 2007 at the वेबैक मशीन
  3. खान, हिना. "मोहन आगाशे जीवनी". वर्ल्ड ब्लेज. मूल से 24 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5-08-2017. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  4. "मोहन आगाशे ने एफटीआईआई के निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया". टाईम्स ऑफ इन्डिया. अभिगमन तिथि मार्च 18, 2002.

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]