युद्धवीर सिंह

युद्धवीर सिंह (1897, जयपुर - 1983, नई दिल्ली) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता तथा होमियोपैथी चिकित्सक थे। वे आर्यसमाजी थे । उन्होने "आर्य-कुमार" नामक पत्र का सम्पादन किया।

वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दिल्ली के नेता थे एवं उन्होने भारतीय स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्षों में बढ़ चढ़कर भाग लिया एवं जेल गए। सन १९३५ में वे दिल्ली कांग्रेस कमीटी के अध्यक्ष बने। सन १९३७ में वे दिल्ली के नगरपालिका कमिशनर बने और इस पद पर सन १९५२ तक रहे। वे १९५५ से १९५६ तक दिल्ली राज्य में स्वास्थ्य एवं पुनर्वास, उद्योग एवं श्रम, तथा राशन एवं कारावास के मंत्री रहे। उनके काल में ही दिल्ली होम्योपैथिक अधिनियम पारित हुआ था जो १ अक्टूबर १९५६ को प्रभावी हुआ।

सन १९७१ में उन्हें पद्मश्री से तथा १९७७ में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया।