व्यक्तिगत जानकारी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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पूरा नाम | Ravinder Singh Bopara | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
उपनाम | Puppy | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कद | 5 फीट 10 इंच (1.78 मी॰) | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बल्लेबाजी की शैली | Right-handed | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
गेंदबाजी की शैली | Right-arm medium | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भूमिका | Batting all-rounder | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राष्ट्रीय पक्ष | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
टेस्ट में पदार्पण (कैप 637) | 1 December 2007 बनाम Sri Lanka | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अंतिम टेस्ट | 7 August 2009 बनाम Australia | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वनडे पदार्पण (कैप 202) | 2 February 2007 बनाम Australia | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अंतिम एक दिवसीय | 12 July 2010 बनाम Bangladesh | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
एक दिवसीय शर्ट स॰ | 42 (24 in twenty20) | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
घरेलू टीम की जानकारी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वर्ष | टीम | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2002–Present | Essex | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2006–2008 | MCC | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2009-2010 | Kings XI Punjab | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2009-2010 | Auckland Aces | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2010 | Dolphins, KwaZulu Natal | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कैरियर के आँकड़े | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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स्रोत : CricketArchive, 21 November 2009 |
रविंदर सिंह ("रवि") बोपारा (जन्म 4 मई 1985, फौरेस्ट गेट,न्यूहैम, लन्दन) एक अंग्रेजी क्रिकेटर हैं जो एस्सेक्स और इंग्लैंड के लिए खेलते हैं। वह मोंटी पनेसर के बाद, इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलने वाले दूसरे सिख हैं। सर्वप्रथम उन्हें इंग्लैण्ड की एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए 2007 में बुलाया गया था, उसके बाद 2008 में श्रीलंका में एक जटिल टैस्ट मैच में एक साथ तीन बार शून्य पर आउट होने के बाद उन्हें टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया।
टैस्ट मैच में उन्हें अपनी जगह 2008-09 की सर्दियों में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए एक टैस्ट मैच में बनाई, हालांकि, इस मैच में उन्होंने तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी कर शतक बनाया.
मई 2009 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ इंग्लैंड में खेली गयी टैस्ट सीरीज में बोपारा तीसरे नंबर पर रहे, और उन्होंने दोनों टैस्ट मैच में शतक लगाए, इसके बाद उन्हें प्रारम्भिक 2009 के एशेज दस्ते के लिए भी नामांकित किया गया।
बोपारा को इंडियन प्रीमियर लीग में भी सफलता मिली है, वे किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हैं।
बोपारा की पढाई ब्रैम्पटन मैनर स्कूल में हुई, उन्होंने 2002 में अपना पहला प्रथम श्रेणी प्रदर्शन एस्सेक्स के लिए किया। 2003 और 2004 में उन्होंने इंग्लैण्ड के U - 19 के लिए कई मैच खेले, उन्होंने 2004 में u-19 वर्ल्ड कप भी खेला।
2005 में उन्होंने प्रथम श्रेणी के क्रिकेट के अंतर्गत 880 रन बनाये, जिसमे उनका पहला शतक भी शामिल था। एक अभ्यास मैच में उन्होंने दौरे पर आये ऑस्ट्रेलियंस के खिलाफ 135 रन बनाये जिसमे उन्होंने एलेस्टर कुक के साथ दूसरे विकेट के लिए 270 रनों के साझेदारी क़ी[1], और 2006 में उनका चयन इंग्लैण्ड ए के लिए हो गया जिसमे उन्होंने वैस्ट इंडीज का दौरा किया, और इसके अलावा उसी साल की गर्मियों में श्रीलंकन और पाकिस्तानी जब इंग्लैण्ड के दौरे पे आये तो वे उनके खिलाफ भी खेले।
जुलाई में, वे चैंपियंस ट्राफी 2006 की अस्थायी 30 सदस्यों की टीम में भी चुने गए।
वे कैरेबियन में टी 20 विश्व कप के तीसरे संस्करण के लिए भी चयनित किये गए।
जनवरी 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलते हुए केविन पीटरसन की पसलियों में चोट लग गयी, जिस वजह से वे शेष श्रृंखला के बाहर हो गए।
बोपारा को उनके स्थान पर बुलाया गया और इस तरह से बोपारा ने 2 फ़रवरी को एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में प्रथम प्रदर्शन किया।
बाद में उस महीने, उन्हें विश्व कप क्रिकेट के 2007 के दस्ते में शामिल किया गया[2], और उन्होंने दूसरी बार एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच उस टूर्नामेंट के दूसरे मैच में खेला।
श्रीलंका के खिलाफ इंग्लैण्ड के मैच में, बोपारा को जब मैन ऑफ दा मैच बनाया गया जब उन्होंने 53 गेंदों पर 52 रन बनाए, जिस वजह से इंग्लैण्ड को एक निराशाजनक स्थिति से निकाल कर उन्होंने तीन रनों से जिता दिया.[3][4] कनाडा के खिलाफ पांचवे विकेट के लिए पॉल कॉलिंगवुड के साथ की गयी उनकी साझेदारी के बाद सातवे विकेट के लिए जो साझेदारी उन्होंने की वह उनकी दूसरी रिकॉर्ड साझेदारी थी और एक अंग्रेजी विश्व कप रिकॉर्ड थी।[5] 30 अगस्त को फिर से ओल्ड ट्रफोर्ड में भारत को हराते हुए उन्होंने एक प्रमुख साझेदारी में निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ साझेदारी करते हुए आठवे विकेट के लिए नाबाद 99 रन बनाए. बोपारा ने नाबाद रहते हुए 43 रन बनाये.
जून 2007 में, नौर्थंपटनशायर के खिलाफ खेलते हुए 391 गेंदों पर उन्होंने 229 रन बनाये, जिसमे 27 चौके और एक छक्का शामिल था, यह उनका प्रथम श्रेणी का सर्वोच्च स्कोर था।
उन्हें सितम्बर 2007 में विश्व आईसीसी ट्वेंटी -20 टूर्नामेंट में शामिल किया गया, लेकिन वे घायल हो गए और खेलने के लिए जा नहीं सके.
दिसंबर 2007 में उन्होंने श्रीलंका दौरे के दौरान अपने टेस्ट मैच का पहला प्रदर्शन किया लेकिन इस सीरिज में उनका प्रदर्शन खराब रहा, जिसमे उन्होंने पांच पारियों में मात्र 42 रन बनाये जिसमे तीन शून्य शामिल थे, और औसतन 81 रन दे कर उन्होंने मात्र एक विकेट लिया।
एक बीबीसीसमालोचक ने उनके बारे में कहा की "टैस्ट के स्तर पर उनकी पकड़ ढीली पड़ गयी है"[6], और उसके पश्चात् बोपारा का चयन 2008 के प्रारम्भ में न्यूजीलैंड के एक दिवसीय अंततराष्ट्रीय मैच के दस्ते के लिए हो गया लेकिन उन्हें टैस्ट मैच के दस्ते में शामिल नहीं किया गया।[7] हालांकि, अगस्त 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट के लिए वे टेस्ट टीम में लौटे, और उसके बाद एसेक्स के लिए काउंटी चैम्पियनशिप में भी उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा.[8]
पर 4 जून 2008 में, फ्रेंड्स प्रोविडेंट ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में बोपारा ने ए सूची का सर्वोच्च स्कोर दर्ज किया। उन्होंने 138 गेंदों पर नाबाद 201 रन बनाये, जिसमे 18 चौके और 10 छक्के शामिल थे।[9] ए सूची के क्रिकेट के इतिहास में बोपारा के दोहरे शतकों का स्कोर मात्र आठवा उदहारण है और पिछले छ सालों का यह उच्चतम स्कोर है।[10] 9 सितम्बर 2008 को बोपारा को एंटीगुआ में होने वाले इंग्लैंड के स्टैनफोर्ड सूपर सीरीज की 15 सदस्यीय टीम के लिए नामांकित किया गया था। वहाँ, इंग्लैंड ने 1 नवम्बर को स्टैनफोर्ड ऑल-स्टार्स का मुकाबला करने से पहले मिडिलसेक्स क्रसेडर्स और त्रिनिदाद और टोबैगो का मुकाबला किया। उस मैच में जीतने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को $ 1 मिलियन मिलने तय हुए थे, और जो खिलाडी मैच में खेल नहीं पाए उनमे $ 1 मिलियन बांटना तय हुआ था।[11]
हालांकि यह कभी संभव नहीं हो पाया क्योंकि फ़ाइनल मैच में इंग्लैण्ड बुरी तरह से हार गया। उसी दिन, बोपारा को ईसीबी ने एक वृद्धि अनुबंध सौंपा.उन्हें एक बार ही में सारा भुगतान कर दिया गया और यह तय किया गया की अगले 12 महीनो तक वे जितने भी टैस्ट और एक दिवसीय मैच खेलेंगे उनके बदले में उन्हें निश्चित अंक मिलेंगे.
बोपारा अगर एक निश्चित अंक पर पहुँच जाते हैं तो, उन्हें संपूर्ण केंद्रीय अनुबंध से सम्मानित किया जाएगा.[12]
18 फ़रवरी 2009 को बोपारा, को अमजद खान के साथ, एंड्रयू फ्लिंटॉफ के स्थान पर इंग्लैण्ड के टेस्ट दस्ते में शामिल हो कर वेस्ट इंडीस के दौरे पर जाने के लिए आमंत्रित किया गया क्योंकी एंड्रयू कूल्हे की चोट से परेशान था। एक वॉर्म अप मैच में उन्होंने 124 रन बनाये, जिससे उन्हें वेस्ट इंडीज के खिलाफ चौथा टैस्ट मैच खेलने की इज़ाज़त मिल गयी। पहली पारी में उन्होंने अपना पहला टैस्ट मैच का शतक बनाया जिसमे आउट होने से पहले 143 गेंदों पर 104 रन बनाये.[13] उन्हें टैस्ट मैचों की अगली श्रृंखला में शामिल नहीं किया गया, लेकिन उन्हें फिर से 6 मई को घरेलू सीरीज में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेलने के लिए चुन लिया गया।[14] उस श्रृंखला के पहले मैच में उन्होंने अपना इंग्लैंड के लिए लगातार दूसरा टेस्ट शतक जमाया, जिसमे उन्होंने 186 गेंदों पर 143 रन बनाए. समारोह में उन्होंने ड्रेसिंग रूम में संकेत दिया कि वे लॉर्ड्स के नोटिस बोर्ड पर अपनी प्रविष्टि की प्रतीक्षा कर रहे हैं। एंडी फ्लावर ने बाद में यह टिप्पणी की कि बोपारा ने अपना शतक एक दौड़ में बनाने का निश्चय कर लिया था:"वो अपने शतक तक एक दौड़ में पहुंचना चाहता था ताकि वो अगले सिरे तक पहुँच सके...
और वह इसके लिए खेला।"[15] चेस्टर ले स्ट्रीट में उस श्रृंखला के दूसरे मैच में उन्होंने दूसरा शतक जमाया और इस तरह से वे इंग्लैण्ड के पांचवे खिलाडी बन गए जिन्होंने लगातार तीन शतक जमाये.[16][17] उन्होंने अपनी सफलता का श्रेया एस्सेक्स में ग्राहम गूच के द्वारा दी गयी कोचिंग को दिया.[18] इस बीच, ऑस्ट्रलियन मिशेल जॉनसन और रिकी पोंटिंग ने स्थानीय मीडिया को कहा की आगामी एशेज श्रृंखला में वे विशेष रूप से बोपारा को अपना लक्ष्य बनायेंगे[19], जिस समय पत्रकारों ने बोपारा के टेस्ट मैच में पुनरुत्थान का कारण नासिर हुसैन के आगमन को बताया[20], जबकी अन्यों ने, विशेषकर की,सचिन तेंदुलकर ने, उनकी उभरती हुई प्रतिभा को 'असाधारण' बताया.[21]
22 जून को, इंग्लैंड के चयनकर्ताओं ने उस साल की गर्मियों की श्रृंखला के लिए एक सोलह सदस्यों वाली प्रारम्भिक टीम की घोषणा की, जिसमे बोपारा शामिल थे।[22]
उन्होंने बाद में मीडिया से बात करते हुए अपना मत बताया की उनका मानना था की वॉन (वेस्ट इंडीज सीरीज के लिए जिनकी बल्लेबाजी के स्थान पर उन्होंने कब्ज़ा कर लिया था) और स्टीव हर्मिसन, जिन्हें वॉन की तरह दस्ते में नहीं रखा गया था, एशेज में खेल सकते थे।
क्रिकइन्फो के स्टाफ ने लिखा है कि"बोपारा का स्टॉक इससे अधिक ऊँचा नहीं हो सकता", जबकि बोपारा ने खुद ने कहा कि,"जाहिर है की दस्ते में शामिल होना अच्छा है, हमारे लिए यह बड़ी श्रृंखला आ रही है, और आशा है की मैं बाहर जा सकता हूँ और अपना काम कर सकता हूँ."[23] इस बीच, शेन वार्न ने, डेली मिरर को बोपारा के स्वभाव की आलोचना करते हुए कहा की वे बोपारा को एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में नहीं देखते.[24]
हालाँकि एक वार्म अप मैच में वारविकशायर के खिलाफ, खेलते हुए, उन्हें सफलता मिली, जिसमे उन्होंने एंड्रू स्ट्रॉस के साथ खेल प्रारम्भ करते हुए 104 रन बनाये.[25]
तथापि बोपारा ने श्रृंखला के दौरान संघर्ष करते हुए 35, एक,18,27,23, एक और शून्य रन बनाये.[26] बेन हिलफेनहास के द्वारा उन्हें सात में से पांच पारियों में आउट कर दिया गया। फाइनल मैच में उनकी स्थिति के बारे में अटकलें तेज होने लगी, जहाँ एशेज सीरीज पर कब्ज़ा करने के लिए इंग्लैण्ड को जीतना जरूरी था, और 16 अगस्त को यह घोषणा की गयी की बोपारा को निकाल कर जोनाथन ट्रौट को उनके स्थान पर ले लिया गया है। जोनाथन ट्रौट को अभी तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका नहीं मिला था, और इस मैच में उन्होंने अपना पहला शतक लगाया.[27] बोपारा एसेक्स में लौटे और सरे के खिलाफ उन्होंने 201 रन बनाए,[28]और 11 सितंबर को यह घोषणा की गयी की इंग्लैंड के साथ, उन्हें ट्रौट की तरह, वृद्धिशील अनुबंध से सम्मानित किया गया है।[29]
अपने शानदार प्रारम्भिक मैच के बाद ट्रौट ने टेस्ट मैच में अपनी जगह बनाये रखी, और बोपारा ने माइकल कारबरी को अपना प्रारम्भिक टेस्ट मैच बंगलादेश के खिलाफ इंग्लैण्ड से बाहर और इयोन मॉर्गन को बंगलादेश के खिलाफ इंग्लैण्ड में अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए देखा, जबकी बोपारा किसी भी दस्ते में अपनी जगह नहीं बना सके.
बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय टीम के एक निर्णायक मैच में खेलने के लिए बोपारा को तब बुला लिया गया जब एस्सेक्स में एक घरेलू 40 ओवर वाले मैच में और ट्वेंटी-20 मैच में उन्होंने प्रभावशाली फॉर्म दिखाया, और इंग्लैंड लॉयंस के लिए उन्होंने तब शतक जमाया जब केविन पीटरसन और इयान बैल के चोटे आ गई और बोपारा को उनकी जगह पे चुना गया। बोपारा ने बाद की पारी में मात्र 16 गेंदों पर 45 रन बनाये और अपने करिएर की सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय गेंदबाजी करते हुए 38 रन पर 4 विकेट लिए.
रवि बोपारा के टेस्ट शतक | ||||||
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रन | मैच | के खिलाफ | शहर/देश | स्थान | वर्ष | |
104 | 4 | वेस्ट इंडीज | ब्रिजटाउन बारबाडोस, | केंसिंग्टन ओवल | 2009 | |
143 | 5 | वेस्ट इंडीज | लंदन, इंग्लैंड | लॉर्ड'स | 2009 | |
108 | 6 | वेस्ट इंडीज | चेस्टर-ले-सड़क, इंग्लैंड | रिवरसाइड ग्राउंड | 2009 |