रस (बहुविकल्पी)

'रस' से निम्नलिखित का बोध होता है-

  1. रस (काव्य शास्त्र) - करुण, हास्य, शृंगार आदि रस
  2. रस (वनस्पति) - शरबत
  3. पारद या पारा (रसविद्या में पारा को 'रस' कहते हैं।)
  4. षड्रस - आयुर्वेद में मान्य छः प्रकार के स्वाद (मधुर, अम्ल, लवण, कटु, तिक्त, कसाय)