रा.वन | |
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पोस्टर | |
निर्देशक | अनुभव सिन्हा |
लेखक | अनुभव सिन्हा |
पटकथा |
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कहानी | अनुभव सिन्हा |
निर्माता | गौरी खान |
अभिनेता |
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छायाकार |
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संपादक |
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संगीतकार | विशाल-शेखर |
वितरक |
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प्रदर्शन तिथियाँ |
२४ अक्तुबर २०११ (दुबई) २५ अक्तुबर २०११ (लंदन) २६ अक्तुबर २०११ (टोरंटो व विश्व भर) |
लम्बाई |
154 minutes |
देश | भारत |
भाषा | हिदीं |
लागत | ₹125 करोड़ (US$18.25 मिलियन)[1]"It took me 20 years to be an overnight success: Shah Rukh Khan". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. 6 नवम्बर 2011. अभिगमन तिथि 1 नवम्बर 2011.</ref> |
कुल कारोबार | ₹240 करोड़ (US$35.04 मिलियन)[2][3] |
रा.वन (अंग्रेज़ी: Ra.One) एक २०११ की भारतीय सुपरहीरो फ़िल्म है, जो अनुभव सिन्हा द्वारा लिखी और निर्देशित की गयी है। फ़िल्म में शाहरुख खान दोहरी भूमिकाओं में नज़र आते हैं, एक कंप्यूटर खेल विकासकर्ता और जी॰वन सुपर हीरो के रूप में। फ़िल्म में रा॰वन के रूप में अर्जुन रामपाल हैं। फ़िल्म में करीना कपूर और अरमान वर्मा भी हैं। शहना गोस्वामी, दलीप तहिल और चीनी अमेरिकी अभिनेता टॉम वू समर्थन भूमिका में दिखाई देते हैं। रजनीकांत, संजय दत्त और प्रियंका चोपड़ा अतिथि भूमिका में दिखाई देते हैं।[4][5]
जेनी नायर (शहाना गोस्वमी) यूनाइटेड किंगडम में स्थित बर्रों इंडस्ट्री की कार्यकर्ता एक नई तकनीक का अनावरण करती है जिसके ज़रिए डिजिटल दुनिया की चीज़ें असली दुनिया में वायरलेस ट्रांसमिशन की मदद से लाई जा सकती है। शेखर सुब्रमनियम (शाहरुख खान), उसी कंपनी में काम करने वाले, को एक नया गेम विकसित करने का आखरी मौका दिया जाता है। अपने बेटे प्रतीक (अरमान वर्मा) को प्रभावित करने के लिए अपनी पत्नी सोनिया (करीना कपूर) के आग्रह पर वह अपने बेटे का विचार ध्यान में रख कर गेम का गुंडा हीरो से अधिक ताकतवर बनाता है
आकाशी (टॉम वू) किरदार को शैली, जेनी उसकी प्रोग्रामिंग और शेखर हीरो जी.वन को अपनी शक्ल देता है और रा.वन को बिना शक्ल वाला गुंडा बनाता है जिसमे जी.वन से अधिक शक्तियां है। गेम में तीन लेवल होतें है और दोनों खिलाडियों में से एक केवल तीसरी और आखरी लेवल में एक खास बन्दुक की सिर्फ एक गोली से मारा जा सकता है। गेम डिज़ाइन करते वक्त आकाशी को कुछ गडबड नज़र आती है पर वह उसे नज़रंदाज़ कर देता है। गेम जब लॉन्च होता है तो उसे काफ़ी सराहा जाता है और प्रतीक को वह इतना पसंद आता है की वह तुरंत उसे खेलना शुरू कर देता है। वह अपने किरदार "लुसिफर" के नाम से दूसरी लेवल तक पहुँच जाता है पर आकाशी उसे रोक कर घर जाने को कहता है। रा.वन अपनी बारी ना खेल पाने के कारण लुसिफर को मारने का तय करता है।
जब मेनफ्रेम बंद नहीं होता तब आकाशी शेखर को बुलाता है जिसे कुछ गडबडी नज़र आती है। रा.वन नई तकनीक का उपयोग करके असली दुनिया में आ जाता है और रा.वन आकाशी को मार कर उसका रूप ले लेता है शेखर लुसिफर की तलाश में निकल जाता है। शेखर घर पहुँचने की कोशिश करता है पर रा.वन उसे रोक लेता है। शेखर अपने बेटे को बचने के लिए खुद का नाम लुसिफर बताता है पर रा.वन झूठ पकड़ लेता है और उसे मार देता है। अपने पिता की मृत्यु की जगह पर रा. वन के मारने का निशान देख कर प्रतीक समझ जाता है कि रा.वन बाहर आ चुका है। वह जेनी के साथ शेखर के ऑफिस जाकर रा.वन को रोंकने के लिए उसका प्रोग्राम खोजता है तभी उस कंप्यूटर में डिस्प्ले होता है कि रा.वन का प्रोग्राम तो उसमें है ही नहीं, फिर प्रतीक को याद आता है कि रा.वन को रोकने का एक ही तरीका है जी.वन। वो जी. वन को असली जिंदगी में लाने की कोशिश करता है पर हार्ट न होने के कारण उसका प्लान फेल हो जाता। फिर वो आकाशी से फ़ोन पर मदद मांगता है (जो रा. वन है) और फ़ोन में यह बता देता है कि वो ही लूसिफेर है तभी जेनी आकाशी का मरा हुआ शरीर देखती है और प्रतीक को पता चल जाता है कि वोह जिससे बात कर रहा है वो तो हकीकत में रा. वन है। रा. वन प्रतीक को मारने के लिए ऑफिस निकल जाता है। जेनी प्रतीक को समझाती है कि रा. वन उसे मारने आ रहा है, जेनी को नहीं। सोनिया आकर प्रतीक को घर ले जाती है ताकि दोनों भारत लौट सके रा. वन दोनों का पीछा करता है पर जी.वन जेनी के कंप्यूटर की मदद से बाहर आकार उन दोनों को बचा लेता है। वह रा.वन को धमाके से उड़ा देता है जिससे उसके छोटे छोटे टुकड़े बन जाते है और फिर उसका "हार्ट" जी.वन ले लेता है। जी.वन को लेकर सोनिया भारत आ जाती है और जी.वन उसे वादा करता है की वह उन दोनों को हर मुसीबत से बचाएगा। रा.वन जुड कर वापस ज़िंदा हो जाता है और एक इश्तिहार में मॉडल (अर्जुन रामपाल) को देख कर अपना रूप बदल लेता है और जी.वन के पीछे निकल पड़ता है।
प्रतीक की जन्मदिन की पार्टी में रा.वन सोनिया को सम्मोहित करके उसका रूप ले लेता है और प्रतीक को अगवा कर लेता है। वह जी.वन को अपना हार्ट वापस देने को कहता है और सोनिया को मुंबई एक बेकाबू लोकल ट्रेन में छोड देता है। जी.वन सोनिया को सही वक्त पर बचा लेता है और प्रतीक को बचने निकल पड़ता है। रा.वन से सामना होने पर गेम वापस शुरू हो जाता है और प्रतीक जी.वन को काबू करने लगता है। एक लंबी लड़ाई के बाद दोनों तीसरे लेवल में पहुँच जाते है। रा.वन बन्दूक से जी.वन को मार देता है परन्तु जी.वन में उसका हार्ट न होने के आखिरकार वह बच जाता है। इस बात से गुस्सा हो कर रा.वन अपने दस हमशक्ल बना लेता है। प्रतीक और जी.वन को ध्यान आता है कि केवल एक ही रा.वन की परछाई गिर रही है और वे उसे मार देते है। रा.वन को अपने में मिला कर जी.वन वापस डिजिटल विश्व में लौट जाता है। कई महीनो बाद प्रतीक और सोनिया वापस यूके आ जाते है जहां प्रतीक जी.वन को वापस असली दुनिया में लाने में कामियाब हो जाता है।
रा.वन का संगीत विशाल-शेखर द्वारा बनाया गया है औए टी-सीरिज़ द्वारा १२ सितंबर २०११ को रिलीज़ किया गया।
गीतों की सूची | |||
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क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
1. | "छम्मक छल्लो" | एकॉन, हमसिका अयिय्यर | ३:४६ |
2. | "दिलदारा (Stand By Me)" | शफक्त अमानत अली, विशाल ददलानी, शेखर रजिवनी, क्लिन्टन सरेजो | ४:०९ |
3. | "क्रिमिनल" | एकॉन, विशाल ददलानी, श्रुती पाठक | ५:०६ |
4. | "भरे नैना" | विशाल ददलानी, शेखर रजिवनी, नंदिनी श्रिकर | ६:०० |
5. | "राइट बाय युअर साईड" | सिद्धार्थ कऊट्टो | ४:२२ |
6. | "रफ्तारें" | विशाल ददलानी, शेखर रजिवनी | ४:२९ |
7. | "जिया मोरा घबराए (द चेस)" | सुखविन्दर, विशाल ददलानी | ४:३७ |
8. | "छम्मक छल्लो" (पंजाबी मिक्स) | एकॉन, हमसिका अयिय्यर | ३:५७ |
9. | "कम्स द लाइट (थीम)" (इंस्ट्रुमेन्टल) | १:३४ | |
10. | "आय एम ऑन (थीम)" (इंस्ट्रुमेन्टल) | १:२१ | |
11. | "सोंग ऑफ द एंड (थीम)" (इंस्ट्रुमेन्टल) | १:४७ | |
12. | "छम्मक छल्लो" (क्लब मिक्स) | एकॉन, हमसिका अयिय्यर | ४:१७ |
13. | "क्रिमिनल" (क्लब मिक्स) | एकॉन, विशाल ददलानी, श्रुती पाठक | ५:३३ |
14. | "छम्मक छल्लो" (International) | एकॉन | ३:४७ |
15. | "छम्मक छल्लो" (रिमिक्स) | एकॉन, हमसिका अयिय्यर | ४:३६ |
कुल अवधि: | ५९:२१ |
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का गलत प्रयोग; toibudget
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।