राजस्थान उच्च न्यायालय | |
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स्थापना | 29 अगस्त 1949 |
अधिकार क्षेत्र | भारत |
स्थान |
प्रिंसिपल सीट: जोधपुर, राजस्थान |
निर्देशांक | 26°17′32″N 73°02′07″E / 26.292246°N 73.035172°Eनिर्देशांक: 26°17′32″N 73°02′07″E / 26.292246°N 73.035172°E |
निर्वाचन पद्धति | राष्ट्रपति और भारत के मुख्य न्यायाधीश या संबंधित राज्य के राज्यपाल |
प्राधिकृत | भारत का संविधान |
निर्णय पर अपील हेतु | भारत का सर्वोच्च न्यायालय |
न्यायाधीशको कार्यकाल | 62 वर्ष की आयु तक अनिवार्य सेवानिवृत्ति |
पदों की संख्या |
50 (स्थायी: 38 ; ऐडल: 12) |
जालस्थल | http://hcraj.nic.in/ |
मुख्य न्यायाधीश | |
वर्तमान | न्यायाधीश मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव (कार्यरत )42वें |
कार्य प्रारम्भ | 6 फरवरी,2024 |
राजस्थान उच्च न्यायालय राजस्थान राज्य का उच्च न्यायालय है। इसकी स्थापना 29 अगस्त 1949 को राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, 1949 के तहत की गई थी।[1]
कोर्ट की सीट जोधपुर में है।अदालत में जजों की स्वीकृत संख्या 50 है।
राजस्थान के एकीकरण से पहले, राज्यों की विभिन्न इकाइयों में पांच उच्च न्यायालय कार्यरत थे - जोधपुर, जयपुर और बीकानेर में, पूर्व राजस्थान और मत्स्य संघ के उच्च न्यायालय था, राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, 1949 ने इन विभिन्न न्यायालयों को समाप्त कर दिया और पूरे राज्य के लिए एक ही उच्च न्यायालय का प्रावधान किया। राजस्थान का उच्च न्यायालय 1949 में जयपुर में स्थापित किया गया था, और 29 अगस्त 1949 को राजप्रमुख, महाराजा सवाई मान सिंह द्वारा उद्घाटन किया गया था, बाद में 1956 में राजस्थान के पूर्ण एकीकरण के बाद इसे सत्यनारायण राव समिति की सिफारिश के साथ जोधपुर में ।स्थानांतरित किया गया था।
पहले मुख्य न्यायाधीश कमलकांत वर्मा थे । राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की धारा 51 की उप-धारा (2) के तहत 1956 में एक खंडपीठ की स्थापना की गई जिसे 1958 में पुनः भंग कर दिया गया तथा 31 जनवरी 1976 में इसे पुनः शुरू किया गया। वर्तमान में न्यायाधीशों की स्वीकृत शक्ति 50 है और वास्तविक संख्या 34 है।
राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, जयपुर राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ में वकालत करने वाले अधिवक्ताओं की एक पंजीकृत संस्था है। निकाय हर साल प्रत्यक्ष चुनाव के माध्यम से अपने पदाधिकारियों का चुनाव करता है।
3 मार्च 1989 को लायंस क्लब द्वारा प्रायोजित राजस्थान न्यायिक अधिकारी संघ ने उच्च न्यायालय की अनुमति से उच्च न्यायालय के लॉन के सामने मनु की मूर्ति स्थापित की थी।
क्र॰स॰ | मुख्य न्यायाधीश | अवधि |
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1 | सर सरत कुमार घोष | 1949 |
2 | कमला कान्त वर्मा | 29 अगस्त 1949–1950 |
3 | कैलास नाथ वान्चू | 1951–1958 |
4 | सर्जू प्रसाद | |
5 | जे॰एस॰ रानावत | |
6 | डी॰एस॰ दवे | |
7 | दौलत मल भण्डारी | |
8 | जे॰ नारायण | |
9 | बी॰पी॰ बेरी | |
10 | पी॰एन॰ शिंघल | |
11 | वी॰पी॰ त्यागी | |
12 | सी॰ होन्निया | 1978 |
13 | चान्द मल लोढ़ा | |
14 | के॰डी॰ शर्मा | |
15 | पी॰के॰ बनर्जी | |
16 | डी॰पी॰ गुप्ता | |
17 | जे॰एस॰ वर्मा | |
18 | के॰सी॰ अग्रवाल | |
19 | जी॰सी॰ मित्तल | |
20 | ए॰पी॰ रावनी | |
21 | मुकुल गोपाल मुखर्जी | |
22 | शिवराज वी॰ पाटिल | |
23 | ए॰आर॰ लक्ष्मणन | 29 मई 2000–25 नवम्बर 2001 |
24 | अरुण कुमार | |
25 | अनिल देव सिंह | |
26 | सच्चिदानन्द झा | 12 अक्टूबर 2005– |
कार्यवाहक | जे॰एम॰ पंचाल | 16 जुलाई 2007–15 सितम्बर 2007 |
27 | जे॰एम॰पंचाल | 16 सितम्बर 2007–11 नवम्बर 2007 |
कार्यवाहक | राजेश भल्ला | –4 जनवरी 2008 |
28 | नारायण रॉय | 5 जनवरी 2008– |
29 | दीपक वर्मा | 6 मार्च 2009–10 मई 2009 |
30 | जगदीश भल्ला | 10 अगस्त 2009–31 अक्टूबर 2010 |
कार्यवाहक | अरुण कुमार मिश्र | 1 नवम्बर 2010–25 नवम्बर 2010 |
31 | अरुण कुमार मिश्र | 26 नवम्बर 2010– 14 दिसम्बर 2012 |
32 | अमिताव रॉय | 2 जनवरी 2013– 5 अगस्त 2014 |
33 | एस के मित्तल | 6 अगस्त 2014 – 13 मई 2016 |
34 | नवीन सिन्हा | 14 मई 2016 से 16 फरवरी 2017 |
35 | प्रदीप नन्द्राजोग | 2 अप्रैल 2017 से 6 अप्रैल 2019 |
- | मोहम्मद रफ़ीक (कार्यवाहक) | 7 अप्रैल 2019 – 4 मई 2019 |
36 | श्रीपति रवींद्र भट्ट | 5 मई 2019 – 22 सितम्बर 2019 |
- | मोहम्मद रफ़ीक (कार्यवाहक) | 23 सितम्बर 2019 – 5 अक्टूबर 2019 |
37 | इंद्रजीत महांती | 6 अक्टूबर 2019 से 11 अक्टूबर 2021 |
38 | अकील कुरेशी | 12 अक्टूबर 2021 से 6 मार्च 2022 |
39 | मनिंदर | 7 मार्च 2022 से 20 जून 2022
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39 एस एस शिंदे
21 जून 2022 से 1 अगस्त 2022
40 - पंकज मिथल 14 अक्टूबर से वर्तमान 41 - ओंगीस्टेन जोर्ज मसीह
वर्तमान में
42.मुख्य न्यायाधीश श्री मनीदर मोहन श्रीवास्तव