राजा महमूदाबाद | |
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जन्म |
आमिर अहमद खान 05 नवम्बर 1914 उत्तर प्रदेश, ब्रिटिश भारत |
मौत |
अक्टूबर 14, 1973 लंदन, इंग्लैंड | (उम्र 58)
समाधि | इमाम रजा़ के मकबरे के पास मशहाद, इरान |
नागरिकता | ब्रिटिश भारत, पाकिस्तान, यूनाइटेड किंगडम |
शिक्षा की जगह | लॉ मार्टिनियर लखनऊ |
जीवनसाथी | रानी कनीज़ आबिद |
माता-पिता |
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इमाम रजा़ के मकबरे के पास मशहाद, इरान |
राजा महमूदाबाद راجا محمود آباد सयुंक्त प्रान्त ब्रिटिश इंडिया वर्तमान में उत्तर प्रदेश, भारत के सीतापुर जनपद की एक समृद्ध रियासत, अवध की सबसे बड़ी ताल्लुकेदारी राजा महमूदाबाद के आधीन रही। महमूदाबाद रियासत के राजाओं को अंग्रेजों ने सर व खान बहादुर आदि उपाधियों से पुरस्कृत किया। इनकी जमींदारी सीतापुर जनपद और लखीमपुर जनपद के विशाल भूभाग में फैली थी, जिसमें महोली, मैनहन, मितौली, कस्ता आदि क्षेत्र व गाँव शामिल थे। भारत की आजादी के पश्चात निवर्तमान राजा महमूदाबाद ईराक होते हुए पाकिस्तान चले गए, पाकिस्तान में भी राजा महमूदाबाद की तमाम संपत्तियां मौजूद थी, इसके अतिरिक्त ईराक और इंग्लैण्ड में भी महमूदाबाद रियासत की अकूत संपत्तियों का उल्लेख मिलता है। स्वतंत्र भारत में राजा महमूदाबाद की सम्पत्तियों को शत्रु सम्पत्ति घोषित कर दिया गया। वर्तमान में राजा महमूदाबाद मोहम्मद आमीर मोहम्मद ख़ान ने शत्रु संपत्तियों पर सन 2005 में न्यायालय के माध्यम से अपना मालिकाना हक़ प्राप्त किया, किन्तु 2016 में शत्रु संपत्ति पर नया अध्यादेश जारी होने से उनकी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र व् दिल्ली की संपत्तिया फिर भारत सरकार के आधीन हो गयी.[1][2].[3]