राज्य पुनर्गठन अधिनियम १९५६ (States Reorganisation Act, 1956) भारत को प्रशासनिक दृष्टि से गठित करने का एक प्रमुख कदम था। इसके द्वारा भारत में नये प्रदेशों का निर्माण हुआ, कुछ प्रदेशों की सीमाएँ परिवर्तित हुईं। यह कार्य मुख्यतः भाषा के आधार पर किया गया।