लेंगपुई हवाई अड्डा आइजोल हवाई अड्डा | |||||||||||
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![]() लेंगपुई हवाई अड्डा | |||||||||||
विवरण | |||||||||||
हवाईअड्डा प्रकार | सार्वजनिक | ||||||||||
स्वामित्व | मिजोरम सरकार | ||||||||||
संचालक | भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण | ||||||||||
सेवाएँ (नगर) | आइजोल | ||||||||||
समुद्र तल से ऊँचाई | 1,328.4 फ़ीट / 405 मी॰ | ||||||||||
निर्देशांक | 23°44′48″N 092°48′10″E / 23.74667°N 92.80278°E | ||||||||||
वेबसाइट | [1] | ||||||||||
उड़ानपट्टियाँ | |||||||||||
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लेंगपुई हवाई अड्डा (आईएटीए: AJL, आईसीएओ: VEAZ) आइजोल, मिज़ोरम में स्थित विमानक्षेत्र है।
यह हवाई अड्डा वायु सेवा द्वारा कोलकाता और गुवाहाटी से और सप्ताह में तीन फ्लाइट द्वारा इम्फाल से जुड़ा हुआ है। मिज़ोरम यह राजधानी आइजोल से ३२ कि॰मी॰ की दूरी पर स्थित है। लेंगपुइ हवाई अड्डा भारत का प्रथम एवं सबसे बडआ हवाई अड्डा है, जिसका निर्माण राज्य सरकार ने कराया था। इसके साथ ही यह पूर्वोत्तर भारत का दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है।
यहां का रन-वे २५०० मीटर लम्बा है, जिसके नीचे कई पहाड़ी झरने बहते हैं। यह कारण इसे अपने आप में अनोखा बनाता है। इस हवाई अड्डॆ की निर्माण लागत ९७.९२ करोड़ रुपए आई थी और यह दो वर्ष दो महीने की कीर्तिमान समय में तैयार हो गया था। इसका निर्माण दिसंबर १९९५ में आरंभ होकर फरवरी १९९८ में पूरा भी हो गया था। इसके निर्माण से पूर्व राजधानी आइजोल अपने निकटतम रेलवे स्टेशन बैराबी से 130 कि॰मी॰ (426,509 फीट) तथा निकटतम हवाई अड्डे सिल्चर से 205 कि॰मी॰ (672,572 फीट) की दूरी पर पड़ता था।