अब्दुल मजीद | |
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१९८० में वक्कम मजीद | |
जन्म |
२० दिसंबर १९०९ त्रावणकोर राजसी राज्य, मद्रास प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश राज |
मौत |
१० जुलाई २००० (९० वर्ष की आयु में) वक्कम, तिरुवनन्तपुरम, केरल, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
उपनाम | वक्कम मजीद |
प्रसिद्धि का कारण | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम |
राजनैतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवनसाथी | सुलेहा बीवि |
बच्चे | फातिमा, षमीमा |
अब्दुल मजीद् (मलयालम: അബ്ദുൽ മജീദ്; 20 दिसंबर 1909 - 10 जुलाई 2000) बेहतर रूप में जाना वक्कम मजीद भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के सेनानी और त्रावणकोर-कोचीन राज्य विधानसभा के पूर्व सदस्य था। बीसवीं सदी में केरल के सामाजिक और राजनीतिक दायरे में वह एक असाधारण राजनेता था। एक महान राष्ट्रवादी, उस्का राजनीति आंतरिक मूल्य आधारित, धर्मनिरपेक्ष और मानवीय थे। [1]
वक्कम मजीद का जन्म त्रावणकोर राजसी राज्य (दक्षिण भारत के वर्तमान केरल) के वक्कम गांव में एक कुलीन मुस्लिम परिवार (पून्तरान विलाकम) में २० दिसम्बर १९०९ को हुआ था। वह प्रसिद्ध समाज सुधारक और पत्रकार वक्कम अब्दुल खादर मौलवि के भतीजे था। उनके पिता का नाम सयिद मुहम्मद और माँ का नाम मुहम्मद बीवि था। मजीद्, मुहम्मद बीवि और सयिद मुहम्मद के चार बेटो में सबसे बड़े थे। उनके भाइयों के नाम मुहम्मद अब्दुल लतीफ़ और उनके बहन का नाम सफ़िया बीबी था।
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