वख़जीर दर्रा | |
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ऊँचाई | ४,९२३ मीटर (१६,१५२ फ़ुट) |
स्थान | वाख़ान गलियारा, अफ़ग़ानिस्तान ताशक़ुरग़ान ज़िला, चीन |
पर्वतमाला | पामीर पर्वत |
निर्देशांक | 37°05′14″N 74°29′03″E / 37.08722°N 74.48417°Eनिर्देशांक: 37°05′14″N 74°29′03″E / 37.08722°N 74.48417°E |
वख़जीर दर्रा (Wakhjir Pass), जिसे फ़ारसी में कोतल-ए-वख़जीर (کوتل وخجیر) कहते हैं, अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे और चीन-नियंत्रित शिंजियांग प्रान्त के ताशक़ुरग़ान ताजिक स्वशासित ज़िले के बीच हिन्दु कुश या पामीर पर्वतों में एक ४,९२३ मीटर (१६,१५२ फ़ुट) ऊँचा पहाड़ी दर्रा है। यह वाख़ान गलियारे के सुदूर पूर्वी छोर पर स्थित है जहाँ अफ़ग़ानिस्तान की चीन के साथ एक छोटी-सी सरहद है। इस दर्रे से कोई सड़क नहीं गुज़रती और यह आम-यातायात के लिए बंद है।
चीन के मानक समय और अफ़ग़ानिस्तान के मानक समय में ३:३० घंटों का फ़र्क है और यह सीमा किसी भी अन्य अन्तरराष्ट्रीय सीमा से अधिक समय अन्तर रखती है। यदि दर्रे की अफ़ग़ान तरफ़ दोपहर के १:०० बजे हैं तो दर्रा पार करते ही चीनी तरफ़ का मानक समय दोपहर के ४:३० बजे होगा।
दर्रे के आसपास का क्षेत्र कठिन और पहाड़ी है, हालांकि दर्रे के समीप पहुँचकर उसकी ऊँचाई तक पहुँचना आसान है। दर्रे से कोई सड़क नहीं गुज़रती। अफ़ग़ान तरफ़ सबसे नज़दीकी कच्ची सड़क दर्रे से १०० किमी पूर्व में स्थित सरहद-ए-ब्रोग़िल नामक गाँव तक ही आकर रुक जाती है। चीन ने दर्रे से १५ किमी दूर तक जीप जैसी मज़बूत गाड़ियों के लिये एक मार्ग बनाया हुआ है। इसे पक्का करके दर्रे के १० किमी दूर तक लाने की योजना है। यहाँ से 'ताग़दुम्बश पामीर' नामक वादी से निकलते हुए यह मार्ग ८० किमी की दूरी तय करके काराकोरम राजमार्ग तक पहुँचता है। अफ़ग़ान तरफ़ दर्रे से कुछ ही नीचे ४,५५४ मीटर की ऊँचाई पर एक बर्फ़ की गुफ़ा है जो वख़जीर नदी का स्रोत है जो आगे जाकर आमू दरिया में मिल जाती है, जिस कारणवश कुछ लोग इस दर्रे को आमू दरिया का स्रोत भी बताते हैं।[1] वख़जीर दर्रा बर्फ़बारी के कारण वर्ष में पाँच महीने बंद रहता है और अन्य सात महीनों में भी कभी-कभार हिमपात से बंद होता रहता है।[2]