वर्जीनिया हॉल गोइलट | |
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![]() वर्जीनिया हॉल को 1945 में ओएसएस प्रमुख जनरल विलियम डोनोवन से विशिष्ट सेवा क्रॉस प्राप्त हुआ | |
निष्ठा | |
सेवा |
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सक्रीय | 1940–1966 |
ऑपरेशन(स) | ऑपरेशन जेडबर्ग |
अन्य काम | यूएस डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट (1931–39) |
जन्म | 06 अप्रैल 1906 बाल्टीमोर, मैरिलैण्ड, संयुक्त राज्य अमेरिका |
मृत्यु | जुलाई 8, 1982 रॉकविल, मैरीलैण्ड, संयुक्त राज्य अमेरिका | (उम्र 76 वर्ष)
दफनाया गया | पाइक्सवाइल, मैरीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका |
जीवन साथी | पॉल गैस्टन गोइलोट |
शिक्षा |
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वर्जीनिया हॉल गोइलट (6 अप्रैल 1906 – जुलाई,1982); कोड नाम: मैरी और डायने) अमेरिकी महिला थीं जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूनाइटेड किंगडम के गुप्तचर के रूप में काम किया। उनका मुख्य उद्देश्य नाजी जर्मनी जर्मनी के कब्जे वाले यूरोप में जासूसी, भीतरघात और टोही का संचालन करना था। वो उन एजेंटों में से एक थीं जिनके प्रतिरोध समूहों ने इंग्लैंड के लिए पैराशूट से हथियारों और उपकरणों की आपूर्ति की। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, हॉल ने केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के विशेष गतिविधि प्रभाग के लिए काम किया।
हॉल एसओई की शुरूआती एजेंट थीं। वो 23 अगस्त 1941 को विची फ्रांस पहुंची। फ्रांस में निवास करने वाली पहली महिला एजेंट थीं।[1] उन्होंने ल्योन में हेकलर नेटवर्क बनाया। अगले 15 महीनों में वो अपने कार्य में पारंगत हो गयी थी जिसमें वो अपने कार्य को पूर्ण करना और स्थान को समय रहते छोड़कर चले जाना शामिल था।[2]