वाह! लाइफ हो तो ऐसी! | |
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वाह! लाइफ हो तो ऐसी! का पोस्टर | |
निर्देशक | महेश मांजरेकर |
लेखक | महेश मांजरेकर |
निर्माता | संगीता अहीर |
अभिनेता |
शाहिद कपूर, संजय दत्त, अमृता राव, अरशद वारसी, मोहनीश बहल, प्रेम चोपड़ा |
संगीतकार | हिमेश रेशमिया |
प्रदर्शन तिथि |
23 दिसंबर 2005 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
वाह! लाइफ हो तो ऐसी! 2005 की हिन्दी भाषा की फ़िल्म है।[1] इसे महेश मांजरेकर द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। इसमें शाहिद कपूर, संजय दत्त, अमृता राव और अरशद वारसी आदि ने अभिनय किया है।
आदित्य वर्मा (शाहिद कपूर) अपने भाइयों के बच्चों का 'आदि चाचू' है (आदि के दो भाई हैं, एक की उसकी पत्नी के साथ विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई)। वह अपने दूसरे भाई (मोहनीश बहल) के साथ मुंबई में एक बड़ी हवेली में रहता है। परिवार में भाभी, बहन और दादी भी है। वह परिवार में काम करने वाला एकमात्र व्यक्ति है। उसे ट्यूशन टीचर प्रिया (अमृता राव) से प्यार हो जाता है। वे एक-दूसरे के सामने अपनी भावनाओं को कबूल करते हैं और शादी करने की योजना बनाते हैं। हालाँकि, एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए काम पर जाते समय, वह पार्थ (पार्थ डेव) को बचाते समय एक ट्रक की चपेट में आ जाता है। वह मर जाता है। मृत्यु के बाद, उसकी मुलाकात यम (संजय दत्त) से होती है। यमराज आदि को उसके दुष्ट चाचा (प्रेम चोपड़ा) को रोकने के लिए भूत के रूप में पृथ्वी पर वापस जाने की अनुमति देते हैं। उसके चाचा आदि की हवेली को उद्योगपति हीराचंद (शरत सक्सेना) को बेचना चाहते हैं।
आदि अपने परिवार के घर को बचाने के लिए शक्ति नाम के एक छोटे लड़के की मदद लेता है। वह भी एक भूत है जिसे आदि के साथ स्वर्ग ले जाया जा रहा था। जब वह पृथ्वी पर पहुंचते हैं तो उन्हें सुन, देख और महसूस नहीं कर सकता है। फिर वे फकीरा भाई बी.पी.सी.एम (अरशद वारसी) से मिलते हैं, जो उन्हें इंसानों को छूने की शक्ति देते हैं। फिर यमराज आते हैं और उन्हें उसके परिवार से मिलने व देखने की क्षमता देते हैं। जब आदि का परिवार आदि को देखता है, तो वे यमराज से उन्हें भी ले जाने के लिए कहते हैं, क्योंकि वे आदि के बिना नहीं रहना चाहते हैं। यमराज भावुक हो जाते हैं और आदि और छोटे लड़के शक्ति को उसके परिवार पास रहने के लिए छोड़ देते हैं। जब परिवार के सदस्य जागते हैं, तो उन्हें लगता है कि यह एक बुरा सपना था। लेकिन केवल आदि और शक्ति ही जानते हैं कि वे मर गए थे और जीवन में वापस आ गए हैं। एक फिल्म अभिनेता और यमराज का हमशक्ल, संजय दत्त, आदि की संपत्ति खरीदने की पेशकश करते हैं। लेकिन आदि अपनी संपत्ति बेचने से इनकार कर देता है और प्रिया और उसके परिवार के साथ खुशी से रहता है।
सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत हिमेश रेशमिया द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "चाहेंगे तुम्हें" | उदित नारायण, श्रेया घोषाल | 5:52 |
2. | "दिल के मारे" | उदित नारायण, अलका यागनिक | 4:42 |
3. | "हनुमान चालीसा" | शंकर महादेवन, अजय | 9:29 |
4. | "कोई आप जैसा" | कुणाल गांजावाला, मधुश्री, जयेश गाँधी | 5:47 |
5. | "प्यार में तेरे" | सोनू निगम, श्रेया घोषाल | 5:02 |
6. | "प्यार में तेरे" (रिमिक्स) | सोनू निगम | 4:48 |
7. | "तेरी याद... याद" | केके, जयेश गाँधी | 4:56 |
8. | "तेरी याद... याद" (रिमिक्स) | केके, जयेश गाँधी | 4:01 |