विजयेंद्र घाटगे हिंदी फिल्म उद्योग और भारतीय टीवी पर एक अभिनेता हैं। वह 1986 में डीडी नेशनल पर प्रसारित टीवी धारावाहिक बुनियाद में लाला ब्रिजभान की उनकी भूमिका के लिए जाने जाते हैं। अन्य धारावाहिकों और कई फिल्मों के अलावा, वह चिक्कोर (1976), प्रेम रोग (1982) आदि फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए भी जाना जाता है। इन्होंने देवदास (2002) और झनकार बीट्स (2003) फ़िल्म में भी काम किया है।
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घाटगे कागल के शाही परिवार के सदस्य है, व इंदौर और कोल्हापुर के अन्य मराठा शाही परिवारों से काफी निकट संबंध है। उनकी मां, सीता राजे घाटगे, इंदौर के महाराजा तुकोजीराव होल्कर-III की बेटी हैं (1903-1926 में राज्य किया) जिन्होंने अपनी अमेरिकी पत्नी नैंसी मिलर (जिसे औपचारिक रूप से महाराजा की चाची ने अपना लिया था) और शर्मिष्ठा देवी होल्कर से शादी की थी। महाराजा डैली कॉलेज, इंदौर में शिक्षित, वह हेड प्रीफेक्ट और तलवार ऑफ ऑनर धारक (फ्लाइट सार्जेंट एयरिंग एनसीसी) थे। सिडनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बी कॉम ऑनर्स (मैनेजमेंट) करने के बाद, बॉम्बे ने एफटीआईआई, पुणे से अभिनय पाठ्यक्रम से पारित किया।
विजयेन्द्र घाटगे के पिताजी का नाम फ़तेह सिंह राव दत्ताजी राजे घाटगे था जो कि मराठा साम्राज्य की एक जागीर कागल के जागीरदार थे व माताजी इंदौर के महाराजा तुकोजी राव होल्कर और महारानी शर्मिष्ठा देवी बाई की पुत्री सीतादेेवी थी।
घाटगे ने राजश्री प्रोडक्शन की 1976 में आई हिंदी फिल्म चितचोर में एक सहायक भूमिका के साथ अपना फिल्म कैरियर शुरू किया। बसु चटर्जी द्वारा निर्देशित, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस "सुपरहिट" थी। इसके बाद, उन्होंने कस्मे वादे (1978), प्रेम रोग (1982) और रजिया सुल्तान (1983) जैसी फिल्मों में विभिन्न सहायक भूमिकाएं कीं। 1980 के दशक के मध्य में, घाटगे ने टीवी धारावाहिकों में प्रदर्शित होना शुरू किया। 1986-87 के क्लासिक धारावाहिक बुनियाद में लाला ब्रिजबैंण के किरदार की भूमिका ने उन्हें घर घर में प्रसिद्ध किया। 2002 में घाटगे ने संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म देवदास में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने ऐश्वर्य राय द्वारा निभाए किरदार 'पारो' के बुजुर्ग पति, भुवन चौधरी की भूमिका निभाई।
वर्ष | फ़िल्म | चरित्र | टिप्पणी |
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2002 | दीवानगी | अश्विन मेहता | |
1991 | एक डॉक्टर की मौत | ||
1988 | शहँशाह | ||
1976 | चितचोर | सुनील किशन |
वर्ष/ अवधि |
धारावाहिक | पात्र/चरित्र | प्रसारण चैनेल |
टिप्पणी |
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सिंहासन बत्तीसी | राजा विक्रमादित्य | दूरदर्शन |
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