आधुनिक जीवन में किसी उत्पाद, तन्त्र या सेवा के अनेकानेक विकल्प उपलब्ध होते हैं या होसकते हैं। ऐसी दशा में उनकी विशिष्टियों के स्पष्ट ब्यौरे से ही उनके अन्तर या उनके बेहतर/खराब होने के बारे में जाना जा सकता है।
प्रौद्योगिकी, निर्माण एवं व्यापार के क्षेत्र में: विशिष्टि आपूर्तिकर्ताओं, क्रेताओं एवं उपभोक्ताओंके लिये बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वे किसी सामग्री, उत्पाद या सेवा के गुणधर्मों एवं विशेषताओं को भलीभांति जान सकें और आवश्यकताओं के बारे में सहमत हो सकें। किसी उत्पाद को खरीदते समय या कोई निविदा (कान्ट्रक्ट) करते समय क्रेता अपनी आवश्यकताओं को क्रय-दस्तावेजों में औपचारिक रूप से वर्णन करता है।
विशिष्टियाँ सरकारी एजेन्सियों, मानक संस्थाओं (जैसे- BIS, ASTM, ISO, CEN,), व्यापार संघों या कम्पनियों द्वारा लिखी जा सकती हैं।
किसी उत्पाद की विशिष्टि से यह अर्थ नहीं लगाना चाहिये कि उत्पाद ठीक/सही है।