विश्व बाँध आयोग (अंग्रेज़ी: World Commission on Dams) अप्रैल 1997 से 2001 के दौरान स्थापित हुआ था। इसका उद्देश्य बड़े बांधों के पर्यावरण तथा सामाजिक और आर्थिक प्रभाव की जाँच करना था। इस आयोग में नागरिक समाज, शिक्षा जगत के सदस्य, निजी क्षेत्र, पेशेवर संघ और एक सरकारी प्रतिनिधि शामिल थे, जो बड़े बाँधों के प्रभाव की समीक्षा करते थे। इसमें बाँध पीड़ित समुदायों और परियोजना के विकास से जुड़े लोगों की समीक्षा भी शामिल थी।
इस आयोग का अंतिम उद्देश्य यह था कि समाप्ती के समय एक रिपोर्ट जारी की जाए जो नवंबर 2000 में नेल्सन मंडेला की देखरेख में प्रस्तुत की गई थी। आयोग ने बाँध निर्माण के दस दिशानिर्देश की सिफ़ारिश की।.[1]