शंख मुद्रा

कई स्थानों पर दुर्लभ प्रकार के शंखों को मुद्रा माना जाता था। इस शंख का नाम "कौड़ी" (Cowry) है और यह अमेरिका और भारत में कभी मुद्रा थी, जिसे से हिन्दी में "फूटी कौड़ी भी न देना" एक लोकोक्ति बन गई।

शंख मुद्रा (Shell money) या कौड़ी मुद्रा (Cowrie money) इतिहास में विश्व के अनेक भागों में विनिमय के माध्यम के रूप में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा थी। यह विशेष प्रकार के शंखों पर आधारित थी जो दुर्लभ थे और मूल्यवान माने जाते थे।[1][2]

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. Chagnon, Napoleon A. 1970. Ecological and Adaptive Aspects of California Shell Money. Annual Reports of the University of California Archaeological Survey 12:1–25. University of California at Los Angeles.
  2. Davies, Glyn. 1994. A History of Money, from Ancient Times to the Present Day. University of Wales.