शहीद दिवस भारत में राष्ट्र के मान्यता प्राप्त शहीदों को सम्मानित करने के लिए घोषित दिन हैं, राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोदय दिवस के रूप में भी जाना जाता है। भारत में कई तिथियां शहीद दिवस के रूप में मनाई जाती हैं, जिनमें मुख्य हैं- 30 जनवरी, 23 मार्च, इत्यादि।
महात्मा गांधी की स्मृति में। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा गांधी की हत्या कर दी गयी थी।[1] महात्मा गांधी के सम्मान में 30 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर शहीद दिवस मनाया जाता है।[2]
शहीद दिवस पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख और तीनों सेना प्रमुख राजघाट समाधि परिसर पर एकत्रित होते हैं और बहुरंगी फूलों से सजे माल्यार्पण करते हैं। सशस्त्र बलों के जवानों द्वारा लास्ट पोस्ट की धुन बजाते हुए बिगुल फूंका जाता है। अंतर-सेवा दल सम्मान के निशान के रूप में हथियारों को उलट देता है। पूरे देश में सुबह 11 बजे भारतीय शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा जाता है। प्रतिभागी सर्व-धर्म प्रार्थना करते हैं और श्रद्धांजलि गीत गाते हैं।[3]
23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में याद किया जाता है और भारत में मनाया जाता है। इस दिन 1931 को तीन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों: भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी दी थी।[4]
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