शांता कुमार | |
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पद बहाल २२ जून १९७७ – १४ फ़रवरी १९८० | |
पूर्वा धिकारी | ठाकुर राम लाल |
उत्तरा धिकारी | ठाकुर राम लाल |
पद बहाल ५ मार्च १९९० – १५ दिसम्बर १९९२ | |
पूर्वा धिकारी | वीरभद्र सिंह |
उत्तरा धिकारी | वीरभद्र सिंह |
जन्म | १२ सितम्बर १९३४ |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवन संगी | संतोष शैलजा |
निवास | यामिनी परिसर, पालमपुर, काँगड़ा जिला, हिमाचल प्रदेश |
धर्म | हिन्दू |
शांता कुमार (जन्म १२ सितम्बर १९३४) हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के भूतपूर्व मंत्री है। वह भारतीय जनता पार्टी के एक नेता है। १९७७ में वह पहली बार हिमाचल प्रदेश के गैर - कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने।[1] 1982 में वह पुनः विधानसभा में लौटे और प्रतिपक्षी सदस्य रहे। 1985 में राज्य असेंबली चुनाव हार गए। 1986 से 1990 तक ये राज्य भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बने। फरवरी 1990 में इनको पालमपुर और सुलह निर्वाचन क्षेत्रों से जीत मिली तथा भारतीय जनता पार्टी का नेता चुने गए। यह पुनः मुख्यमंत्री बने। 1993 में इन्होंने सुलह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, किंतु पराजित हुए। यह केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार में मंत्री भी रहे। वर्तमान में आप भाजपा के एक सक्रिय नेता हैं। शांता कुमार दो बार हिमाचल प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रहे चुके है।
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