शिखर शीलता या शिखर-शीलता (अंग्रेजी:Crown shyness), कुछ वृक्ष प्रजातियों में देखी गई एक घटना है, जिसमें सघन रूप से उगे पेड़ों के शिखर एक दूसरे को नहीं छूते हैं, और वाहिकाओं के सदृश अंतराल से युक्त वितानी की रचना करते हैं।[1][2] अमूमन यह घटना एक ही प्रजाति के पेड़ों में सबसे अधिक देखी गयी है, लेकिन विभिन्न प्रजातियों के पेड़ों के बीच भी देखी जा सकती है।[3] इससे संबद्ध कई परिकल्पनाएँ मौजूद हैं कि क्यों शिखर शीलता होना एक अनुकूल व्यवहार है, और शोध से पता चलता है कि यह पत्ती खाने वाले कीट लार्वा के प्रसार को रोक सकता है।[4]