शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी | |
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निर्देशक | बेला भंसाली सहगल |
लेखक | संजय लीला भंसाली |
निर्माता |
संजय लीला भंसाली सुनील ए लुल्ला |
अभिनेता |
फराह खान बोमन ईरानी केविन डेव शम्मी कुरुष देबू डेजी ईरानी |
छायाकार | महेश एनी |
संपादक |
बेला सहगल राजेश पांडेय |
संगीतकार | जीत गांगुली |
वितरक |
एसएलबी फ़िल्म्स इरोज इंटरनेशनल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
लगभग 122 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कुल कारोबार |
₹9.48 करोड़ (US$1.38 मिलियन) (1 week domestic)[1] |
शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी 2012 की बेला भंसाली सहगल द्वार निर्देशित और फराह खान, बोमन ईरानी, शम्मी, कुरुष देबू और डेजी ईरानी द्वारा अभिनीत बॉलीवुड हास्य प्रेमकहानी फ़िल्म है।
इस फ़िल्म में फरहाद (बोमन ईरानी) एक विक्रेता है जो महिलाओं के अंतर्वस्त्र बेचता है। उसकी मां नरगिस (डेजी ईरानी) और नानी (शम्मी) ही उसकी दुनिया में है। उन्हें सिर्फ फरहाद की चिंता है। नरगिस अपने बेटे के लिए एक उपयुक्त पारसी बहू के सपने देख रही है। दूसरी ओर शिरीन अपनी बुआ और अपने पिता, जो कोमा में है उनके साथ रहती है। वो फरहाद की दुकान में अपने लिए अंतर्वस्त्र खरीदने जाती है जहां दोनों की मुलाकात होती है। फिर ऐसी परिस्थितियां बनती हैं कि दोनों की बार-बार मुलाकात होती है, लेकिन शिरीन की कुछ हरकतों की वजह से फरहाद की मां उससे बेहद गुस्सा हो जाती है।[2]
शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी | |
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संगीत जीत गांगुली द्वारा | |
जारी | जुलाई 2012 |
रिकॉर्डिंग | 2012 |
संगीत शैली | संगीत |
लेबल | टी-सिरिज |
निर्माता | संजय लीला भंसाली |
शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी ने टिकट घर पर शुरुआत ज्यादा अच्छी नहीं रही,[3][4] और अपने प्रथम दिन में ही ₹1.60 करोड़ (US$2,33,600) कमाये।[5] प्रथम सप्ताहांत में ₹6 करोड़ (US$0.88 मिलियन) कमाये, द्वितीय दिन में प्राप्त धन ₹1.90 करोड़ (US$2,77,400) रहा और तृतीय दिन का ₹2.50 करोड़ (US$3,65,000) रहा।[6] एक सप्ताह की कमाई ₹9.48 करोड़ (US$1.38 मिलियन)रही।[1] अन्त में फ़िल्म को असफल घोषित कर दिया गया।
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की उपेक्षा की गयी (मदद); |date=
में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)