संजय नार्वेकर

संजय नार्वेकर
जन्म सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र, भारत
पेशा अभिनेता
कार्यकाल 1994–वर्तमान

संजय नार्वेकर (जन्म 1962, सिंधुदुर्ग) एक भारतीय राज्य महाराष्ट्र से अभिनेता हैंi उन्होंने मराठी और हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय करते हैं। उन्होंने विभिन्न मराठी फ़िल्मों में मुख्य भूमिका में और हिन्दी फ़िल्मों में सहायक अभिनेता के रूप में अभिनय किया है। 17 जुलाई 1962 को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में संजव नार्वेकर जी का जन्म हुआ था। जब ये पैदा हुए थे तब भारत और चीन के बीच युद्ध चल रहा था।

संजय नार्वेकर जब थोड़े बड़े हुए तो माता-पिता ने इन्हें स्कूल में भर्ती करा दिया। हालांकि पढ़ाई-लिखाई में इनका मन लगता नहीं था। लेकिन पिता के ज़ोर देने पर इन्होंने जैसे-तैसे स्कूली पढ़ाई पूरी की और कॉलेज में दाखिला ले लिया। और कॉलेज ही वो पहली जगह बनी जहां अभिनय ने इनके जीवन में दस्तक दी। वो भी बस इत्तेफाक से। हुआ कुछ यूं कि कॉलेज में इनकी दोस्ती एक ऐसे लड़के से हुई जो कॉलेज के नाटक ग्रुप से जुड़ा हुआ था। एक दिन कॉलेज के एक नाटक के लिए अर्जेंटली एक कलाकार की ज़रूरत थी। संजय नार्वेक के दोस्त ने इनसे पूछा कि क्या तुम एक्टिंग कर सकोगे? जोश-जोश में इन्होंने कह दिया कि हां, कर लेेंगे।

संजय का वो दोस्त इन्हें नाटक के डायरेक्टर के पास ले गया। डायरेक्टर के सामने भी इन्होंने उसी आत्मविश्वास से कहा कि वो एक्टिंग कर लेंगे। उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। डायरेक्टर साहब को लगा कि लड़का ओवर कॉन्फिडेंस में ये सब बोल रहा है। स्टेज पर जाएगा तो हालत पतली हो जाएगी। उन्होंने संजय नार्वेकर को उस नाटक में एक रोल निभाने के लिए ले लिया। और जब समय आया तो संजय ने स्टेज पर ऐसी एक्टिंग की कि कोई सोच भी नहीं सकता था कि ये लड़का पहली दफा स्टेज पर अभिनय करने आया है। बस फिर क्या था। संजय नार्वेकर को हिम्मत मिली और फिर ये उसी नाटक ग्रुप से जुड़ गए।

नाट्य ग्रुप से जुड़ने के बाद संजय नार्वेकर ने कई नाटक किए। देखते ही देखते वो ना सिर्फ अपने कॉलेज में, बल्कि मुंबई के थिएटर जगत में भी मशहूर हो गए। शोहरत मिली तो फिल्म वाले भी इन्हें उम्मीद भरी नज़रों से देखने लगे। 1987 में आई नाना पाटेकर और राज बब्बर की फिल्म अंधा युग संजय नार्वेकर की पहली फिल्म बनी। मगर बदकिस्मती से इस फिल्म के बाद कई सालों तक संजय को कोई दूसरी फिल्म नहीं मिली। वो नाटक ही करते रहे। फिल्मों में संजय दोबारा दिखे साल 1998 में आई एक मराठी फिल्म में। साथ ही उन्होंने मराठी टीवी शोज़ में भी काम शुरू कर दिया।

फिर आया साल 1999. इस साल डायरेक्टर महेश मांजरेकर ने संजय नार्वेकर को अपनी फिल्म वास्तव में मेन लीड संजय दत्त के दोस्त और राइट हैंड चंद्रकांत कुमार उर्फ डेढ़ फुटिया के रोल में लिया। बस, फिर क्या था। वास्तव ज़बरदस्त हिट हुई। और संजय नार्वेकर का काम भी सिने प्रेमियों को बहुत पसंद आया। संजय को वो पहचान मिल गई जो कोई भी एक्टर पाना चाहता है। इसके बाद तो संजय नार्वेकर ने कई हिंदी व मराठी फिल्मों में काम किया। साथ ही साथ हिंदी व मराठी टीवी शोज़ में भी संजय नज़र आए। हालांकि बीच में एक वक्त वो आया जब संजय नार्वेकर हिंदी फिल्मों से ज़रा दूर हो गए।

संजय नार्वेकर अब 62 साल के हो गए हैं। किस्सा टीवी की तरफ से संजय नार्वेकर जी को जन्मदिन की अनेकों-अनेक शुभकामनाएं। किस्सा टीवी कामना करता है कि संजय नार्वेकर जी को जल्द से जल्द किसी बढ़िया सी हिंदी फिल्म में फिर से कोई बढ़िया सा किरदार मिले। ताकि उन्हें पसंद करने वाले हिंदी भाषी दर्शक फिर से उनका उत्कृष्ट अभिनय देख सकें।

सन्दर्भ

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पहली फिल्म - 1987 में नाना पाटेकर और राज बब्बर के साथ #अंधा युग

1999 में महेश मांजरेकर की फिल्म #वास्तव में संजय दत्त के मित्र डेढ फुटिया का किरदार निभाया

बाहरी कड़ियाँ

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