सत्यपाल मलिक | |
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कार्यकाल 18 अगस्त 2020-4 अक्टूबर 2022 | |
मुख्यमंत्री | कॉनराड संगमा |
पूर्वा धिकारी | तथागत राय |
पद बहाल 3 नवम्बर 2019 – 18 अगस्त 2020 | |
मुख्यमंत्री | प्रमोद सावंत |
पूर्वा धिकारी | मृदुला सिन्हा |
उत्तरा धिकारी | भगत सिंह कोश्यारी (अतिरिक्त कार्यभार) |
पद बहाल 23 अगस्त 2018 – 30 अक्टूबर 2019 [1] | |
पूर्वा धिकारी | नरिंदर नाथ वोहरा |
उत्तरा धिकारी | कार्यालय समाप्त गिरीश चन्द्र मुर्मू (जम्मू और कश्मीर) राधाकृष्ण माथुर (लदाख) |
पद बहाल 30 सितम्बर 2017 – 21 अगस्त 2018 | |
मुख्यमंत्री | नितीश कुमार |
पूर्वा धिकारी | केशरी नाथ त्रिपाठी |
उत्तरा धिकारी | लालजी टंडन |
कार्यकाल 1989 – 1991 | |
पूर्वा धिकारी | उषा रानी तोमर |
उत्तरा धिकारी | शीला गौतम |
चुनाव-क्षेत्र | अलीगढ़ |
कार्यकाल 1980 – 1989 | |
चुनाव-क्षेत्र | उत्तर प्रदेश |
जन्म | 24 जुलाई 1946 बागपत (मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत[2] |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
अन्य राजनीतिक संबद्धताऐं |
भारतीय क्रांति दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, जनता दल, लोक दल, समाजवादी पार्टी |
सत्यपाल मलिक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा मेघालय के १९वें राज्यपाल थे। 30 सितम्बर 2017 से 21 अगस्त तक बिहार राज्य के राज्यपाल रहे ।[3] इससे पहले अलीगढ़ सीट से 1989 से 1991 तक जनता दल की तरफ से सांसद रहे। 1996 में समाजवादी पार्टी की तरफ से फिर चुनाव लड़े लेकिन हार गए। मेरठ के एक कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।[4] 21 अगस्त 2018 को जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल नियुक्त किये गए।[5]
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की उपेक्षा की गयी (मदद)
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