समलैंगिकता के लिए मृत्युदंड की सजा ऐतिहासिक रूप से दुनिया भर के कई देशों द्वारा लागू की गई थी। यह वर्तमान में कई देशों और क्षेत्रों में एक कानूनी सजा बनी हुई है, जिनमें से सभी में शरिया-आधारित आपराधिक कानून हैं। कानून द्वारा निर्धारित किये जाने से यह जरूरी नहीं है कि दंड भी दिया ही जाता है। राज्यकीय और गैर-राज्यकीय लोगो द्वारा भी समलैंगिक लोगों को असाधारण हत्याओं का शिकार होना पड़ा है।
2020 तक, निम्नलिखित न्यायक्षेत्र समलैंगिकता के लिए मौत की सजा का प्रावधान करते हैं:[1]