सरिय्या हज़रत अबू सुफयान बिन हर्ब रज़ि० | |||||
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मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग | |||||
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सरिय्या हज़रत अबू सुफयान बिन हर्ब रज़ि० या अल-लात का विध्वंस, सैन्य अभियान मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर उसी वर्ष ग़ज़वा ए तबूक की लड़ाई के रूप में हुआ था (जो अक्टूबर 630 ईस्वी में हुआ था। मुहम्मद ने अबू सुफयान को सशस्त्र लोगों के एक समूह के साथ मूर्ति अल-लात (जिसे अल-तगिय्याह भी कहा जाता है) को नष्ट करने के लिए भेजा था, जिसे तैफ के नागरिकों द्वारा पूजा जाता था। तैफ के नागरिकों के साथ कोई भी सुलह होने से पहले मूर्ति का विनाश मुहम्मद द्वारा मांग की गई थी। इस घटना का उल्लेख कुरआन आयत 17:73 में भी किया गया है। [1]
इस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [2] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[3] [4]