पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड अथवा लोक भविष्य निधि (Public Provident Fund (पीपीएफ़)) भारत में बचत एवं कर-बचत करने के लिये प्रयुक्त एक जमा योजना है।[1] बहुत से लोग इसे सेवानिवृति के समय धन प्राप्ति का साधन भी मानते हैं।[2]
[./Https://newsfaster24.in पीपीएफ का खाता] किसी डाकघर में, भारतीय स्टेट बैंक की किसी शाखा में, तथा कुछ अन्य राष्ट्रीकृत बैंकों में खोले जा सकते हैं। आइसीआइसीआई बैंक भारत का पहला निजी स्वामित्व वाला बैंक है जिसे पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति है।
- कोई भी वयस्क अपने नाम में या किसी नाबालिग के नाम में पीपीएफ खाता खोल सकता है।
- खाते की अवधि १५ वर्ष होती है जिसकी समाप्ति पर खाते को पाँच-पांच वर्ष के लिये कितनी भी बार बढ़ाया जा सकता है। बढ़े हुए खाते में भी कर आदि के सभी लाभ मिलते रहते हैं।
- खाते में प्रतिवर्ष कम से कम ५०० रूपए जमा करना अनिवार्य है। अधिकतम एक लाख पचास हजार रूपये प्रतिवर्ष (वित्तवर्ष) जमा किये जा सकते हैं। यह राशि वर्ष में १२ या इससे कम किस्तों में कभी भी जमा कर सकते हैं।
- किसी महीने की ५ तारीख से उस महीने की अन्तिम तारीख के बीच जो न्यूनतम राशि खाते में होती है उसी पर व्याज मिलता है। व्याज की दर सरकार समय-समय पर निर्धारित करती है।
- पीपीएफ में जमा की गयी राशि 80C के अन्तर्गत आमदनी में से घटायी जाती है। इसी प्रकार पीपीएफ से प्राप्त मूलधन तथा व्याज आयकर एवं सम्पत्ति कर से मुक्त होता है।
- आवश्यक होने पर पीपीएफ खाते में जमा राशि से ऋण भी लिया जा सकता है।
- सात वर्ष के बाद खाते से आंशिक निकासी भी की जा सकती है।
- पीपीएफ खाते में किसी को नामित किया जा सकता है तथा मूल खाताधारी की मृत्यु की दशा में नामित व्यक्ति को इस खाते का मालिक मान लिया जायेगा।
- खाते को बैंक से डाकघर या डाकघर से बैंक में स्थानान्तरित किया जा सकता है।
- एक व्यक्ति अपने नाम पर सिर्फ एक अकाउंट खोल सकता है।
- पीपीफ स्कीम भारत सरकार के अधीन होती है। इसलिए इसमें पैसे सेफ रहते है और बैंक FD से ज्यादा व्याज मिलता है।
1986–2016[3]
अवधि
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ब्याज की दर
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अप्रैल 1986 – जनवरी 2000
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12.0%
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जनवरी 2000 – फरवरी 2001
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11.0%
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March 2001 – February 2002
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9.5%
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March 2002 – February 2003
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9.0%
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March 2003 – November 2011
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8.0%
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December 2011 – March 2012
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8.6%
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April 2012 – March 2013[4]
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8.8%
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April 2013 – March 2016[5]
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8.7%
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अवधि
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ब्याज की दर
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April 2016 – September 2016[6][7][8]
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8.1%
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October 2016 – March 2017[9]
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8.0%
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अवधि
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ब्याज की दर
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April 2017 – June 2017[10]
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7.9%
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July 2017 – December 2017[11][12]
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7.8%
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January 2018 – March 2018
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7.6%
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अवधि
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ब्याज की दर
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April 2018 – September 2018[13][14]
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7.6%
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October 2018 – March 2019[15][16]
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8.0%
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अवधि
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ब्याज की दर
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April 2019 – June 2019[17]
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8.0%
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July 2019 – March 2020[18][19][20]
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7.9%
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अवधि
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ब्याज की दर
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April 2024 – September 2024[37][38]
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7.1%
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