सिंह साहब द ग्रेट | |
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निर्देशक | अनिल शर्मा[1] |
पटकथा | शक्तिमान तलवार |
निर्माता |
अनुज शर्मा संगीता अहीर |
अभिनेता |
सनी देओल अमृता राव उर्वशी रौटेला |
छायाकार | एस॰ गोपीनाथ |
संपादक | अशफ़ाक़ मकरानी |
संगीतकार |
आनन्द राज आनन्द सोनू निगम |
वितरक | इरॉस इंटरनेशनल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
150 मिनट[2] |
देश | भारत |
भाषायें |
हिन्दी बांग्ला |
सिंह साहब द ग्रेट[3] अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित हिन्दी नाटक फ़िल्म है। फ़िल्म प्रमुख अभिनय सनी देओल, अमृता राव, उर्वशी रौटेला और प्रकाश राज ने किया है। फ़िल्म 22 नवम्बर2013 को प्रदर्शित हुई।[4]
सरकारी तंत्र का साथ देनेवाले बाहुबलियों और उसी तंत्र के एक ईमानदार कलेक्टर की बीच की लड़ाई को दिखाती यह फ़िल्म आगे बढ़ती है 'आम आदमी' के कंसेप्ट के साथ। शुरुआत में अपने ही तरीके से समाज में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे सिंह साहब (सनी देओल) की मुलाक़ात जब रिपोर्टर अमृता राव से होती है तो एक बार फिर उंसका अतीत उसके सामने आ जाता है। फ़लैशबैक में दिखाया जाता है कि 7 साल पहले यही सिंह साहब, भदौरी ज़िले के एक ईमानदार कलेक्टर सरनजीत तलवार (सनी देओल) होता है जो पूरी तरह से ईमानदार और भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ है। सरनजीत अपनी खूबसूरत पत्नी मिन्नी (उर्वशी रौतेला) और बहन पर जान छिड़कता है। मगर बाहुबली भूदेव (प्रकाश राज) को कलेक्टर के इस रवैये से काफ़ी नुकसान होता है और बदला लेने के लिए वह उसकी बीवी मिन्नी को धोखे से ज़हर देकर मरवा देता है। यही नहीं, इससे बौखलाए कलेक्टर को भी उलटे रिश्वत का इल्ज़ाम लगाकर 14 साल के लिए जेल भेज दिया जाता है। हालांकि 7 साल बाद अपने एक दोस्त जेलर की सिफारिश पर वो जल्दी छूट भी जाता है और बाहर आकर बदला लेने की ठान लेता है। मगर अपनी मरी हुई बीवी की आखिरी चिट्ठी उसे बदलने पर मजबूर कर देती है और अपने खोए हुए सम्मान को वापस पाने का फैसला लेता हुए वो बन जाता है सिंह साहब दी ग्रेट। इसमें उसकी मदद करती है न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर अमृता राव। काफ़ी जद्दोजहद और मारामारी के बाद आखिरकार अंत कलेक्टर के बदले से नहीं बल्कि बदलाव से होता है। वो बदलाव जो आम आदमी के अंदर के भूत को बाहर ला सकता है। वह बदलाव जो भूदेव जैसे इंसान का खात्मा नहीं, बल्कि एक अच्छे इंसान में बदल देता है।
फ़िल्म संगीत की रचना आनन्द राज आनन्द ने की है।[5] फ़िल्म के शीर्षक संगीत की रचना गायक सोनू निगम ने की है।[5][6]
क्र॰सं॰ | शीर्षक | रचनाकार | संगीतकार | गायक |
1 | सिंह साहब द ग्रेट | सोनू निगम | कुमार | सोनू निगम, तिशा निगम |
2 | दारू बन्द कल से | आनन्द राज आनन्द | कुमार | सोनू निगम |
3 | पलंग तोड़ | आनन्द राज आनन्द | कुमार | सुनिधि चौहान, आनन्द राज आनन्द |
4 | जब मेहन्दी लग लग जावे | आनन्द राज आनन्द | कुमार | श्रेया घोषाल, सोनू निगम |
5 | दारू बन्द कल से (रिमिक्स) | आनन्द राज आनन्द | कुमार | सोनू निगम |
6 | हीर | आनन्द राज आनन्द | कुमार | सोनू निगम |
एनडीटीवी ख़बर ने फ़िल्म को 3/5 अंक देते हुए लिखा "सिंह साहब द ग्रेट एक हार्ड हिटिंग फ़िल्म है जिसमें रोमांस का एंगल थोड़ा अटपटा लगता है। स्क्रिप्ट लेवल पर फ़िल्म थोड़ी खिंची हुई और लंबी लगती है मगर सनी के फ़ैन्स और एक्शन फ़िल्मों के शौक़ीनों को यह फ़िल्म पसंद आएगी क्योंकि सनी ने अपने अंदाज़ में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी है।"[7] दैनिक जागरण पर अजय ब्रह्मात्मज फ़िल्म को 2.5 सितारे देते हुए लिखते हैं, "अनिल शर्मा और सनी देओल की जोड़ी ने 'गदर एक प्रेमकथा' जैसी कामयाब फिल्म दी है।"[2]
फ़िल्म की प्रथम दिन की कमाई ₹ 4.75 - 5 करोड़ रही।[8]