ब्राह्मी |
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ब्राह्मी तथा उससे व्युत्पन्न लिपियाँ |
सिद्धम [𑖭𑖰𑖟𑖿𑖠𑖽] लिपि का प्रयोग पहले (लगभग ६०० ई - १२०० ई) संस्कृत लिखने के लिये होता था। यह लिपि, ब्राह्मी से व्युत्पन्न है। इसे 'सिद्धमात्रिका' भी कहते हैं।
स्वरवर्ण का स्वतन्त्र स्वरूप | देवनागरी | -(क्य) के साथ स्वरर्ण का योग वैशिष्ट्यसूचक चिह्न युक्त |
स्वरवर्ण का स्वतन्त्र स्वरूप | देवनागरी | -(क्य) के साथ स्वरर्ण का योग वैशिष्ट्यसूचक चिह्न युक्त |
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