सिरिल जॉन रेडक्लिफ़ (Cyril John Radcliffe; ३० मार्च १८९९ – १ अप्रैल १९७७) ब्रितानी वकील और जज थे[1] जो मुख्यतः ब्रितानी भारत के विभाजन में योगदान के लिए जाने जाते हैं। वो वार्विक विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति (१९६५ से १९७७ तक) रहे।