डॉ सुहास विट्ठल मापुस्कर एक डॉक्टर और समाज सेवक थें। मरने के बाद २०१७ में पद्मा श्री अवार्ड मिला। इन्हें स्वच्छता दूत कहा जाता हैं।[1][2][3][4]