सोनगढ़ Songadh સોનગઢ | |
---|---|
उपनाम: दुर्ग वाला नगर | |
निर्देशांक: 21°10′01″N 73°33′50″E / 21.167°N 73.564°Eनिर्देशांक: 21°10′01″N 73°33′50″E / 21.167°N 73.564°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | गुजरात |
ज़िला | तापी ज़िला |
शासन | |
• प्रणाली | नगर निगम |
• सभा | भारतीय जनता पार्टी |
ऊँचाई | 112 मी (367 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 26,515 |
भाषा | |
• प्रचलित | गुजराती |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 394670 |
दूरभाष कोड | 02624 |
वाहन पंजीकरण | GJ-26 |
सोनगढ़ (Songadh) भारत के गुजरात राज्य के तापी ज़िले में स्थित एक नगर है। यह इसी नाम की तालुका का मुख्यालय भी है।[1][2][3]
सोनगढ़ पर मूलतः भील शासकों को का शासन रहा सन 1719 में पीलाजीराव गायकवाड़ ने सोनगढ़ पर कब्जा कर लिया । सोनगढ़ के मूल किले का निर्माण भील राजाओं ने कराया था [4] पीलाजीराव गायकवाड़ ने सोनगढ़ किले का पुनः निर्माण सन 1728-29 के दौरान कराया , इस किले पर समय समय पर भील और गायकवाड़ रियासत का वर्चस्व बन रहा [5]।
फ़ोर्ट सोनगढ़ की भौगोलिक स्थिति 21°10′N 73°34′E / 21.17°N 73.57°E पर है। यहां की औसत ऊंचाई ११२ मीटर (367 फ़ीट) है। यह कस्बा एक अकेली पहाड़ी पर बसा है और निकटवर्ती क्षेत्र को ३० पत्थरों की कटाई क्षेत्रोंके कारण लगभग सपाट कर दिया गया है। इसी पाषाण कटाई व्यापार के कारण एक क्षेत्र ने राज्य की अर्थ व्यवस्था में योगदान दिया है।
सोनगढ़ की मुख्य आबादी क्षेत्र राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर बसा है, जिसके पूर्व में नन्दुरबार एवं पश्चिम में व्यारा (ज़िला मुख्यालय) है। यहाँ से निकटवर्ती बड़ा शहर सूरत है, जो यहाँ से 85 किमी दूर बसा है। सूरत के तेज़ी से विस्तार एवं विकास के चलते सूरत ज़िले से तापी ज़िला काट कर निकाला गया और इसका जिला मुख्यालय व्यारा में बनाया गया। सोनगढ़ वडोदरा से 259 किमी है। सोनगढ़ के निकटवर्ती क्षेत्र में सघन वनों का फ़ैलाव है और लोग एकमात्र सड़क द्वारा सोनगढ़ से जुड़े हुए हैं।
2001 के अनुसार [update] भारतीय जनगणनुसार, सोनगढ़ की जनसंख्या २२,४२६ है। इसमें ५१% पुरुष एवं ४९% स्त्रियां हैं। यहां की औसत साक्षरता दर ६५% है जो राष्ट्रीय दर ५९.५% से अधिक है। पुरुष साक्षरता दर ७२% एवं स्त्री दर ५८% है। यहां की १४% जनसंख्या ६ वर्ष से नीचे की है।[6]