हकीकत | |
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हकीकत का पोस्टर | |
निर्देशक | कुक्कू कोहली |
लेखक | तनवीर खान (संवाद) |
पटकथा |
राजीव कौल प्रफुल्ल पारेख |
निर्माता | एन. आर. पचीसिया |
अभिनेता |
अजय देवगन, तबु, अरुणा ईरानी, अमरीश पुरी |
संगीतकार | दिलीप सेन–समीर सेन |
प्रदर्शन तिथियाँ |
29 दिसम्बर, 1995 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
हकीकत 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसकी प्रमुख भूमिकाओं में अजय देवगन और तबु हैं। ये फिल्म सफल रही थी।[1] इसका एक गीत "दिल ने दिल से इकरार किया" भी ख्याति पाया था।
अपने पति, रवि मल्होत्रा के मारे जाने के बाद, सुधा अपने भाई, महेश और भाभी, कामिनी के साथ एक विधवा का जीवन जीती है। एक नया किरायेदार, अजय, भवानी के भाई से छेड़छाड़ करते समय उसके बचाव के लिए आता है। फिर दोनों प्यार में पड़ते हैं और शादी करने का फैसला करते हैं। कामिनी शुरू में इस रिश्ते का विरोध करती है, लेकिन बाद में मान जाती है और दोनों शादी कर लेते हैं। इसके तुरंत बाद वह गर्भवती हो जाती है और फिर उसे पता चला कि अजय वह नहीं है जिस का वह दावा करता है, और शायद उसके पति की हत्या के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
सभी दिलीप सेन–समीर सेन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "अक्राकम तुका ता" | माया गोविंद | सुदेश भोंसले, उदित नारायण, कविता कृष्णमूर्ति | 6:43 |
2. | "दिल ने दिल से इकरार किया" | नवाब आरज़ू | हरिहरन, अलका याज्ञिक | 4:55 |
3. | "एक लड़की है एक लड़का है" | फैज़ अनवर | उदित नारायण, अलका याज्ञिक | 5:25 |
4. | "ले पप्पियाँ झप्पियाँ" | गुलशन बावरा | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 4:53 |
5. | "मैं तेरे दिल में साँसों में" | रानी मलिक | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 4:37 |
6. | "मेले लगे हुए हैं हसीनों के" | रानी मलिक | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 4:29 |
7. | "ओ जाने जाना मैं हसीन" | गुलशन बावरा | कुमार सानु, अलका याज्ञिक | 5:50 |
वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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1996 | हरिहरन ("दिल ने दिल से इकरार किया") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार | नामित |