हलेबीडु Halebidu ಹಳೇಬೀಡು | |
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हलेबीडु का होयसलेश्वर मंदिर | |
निर्देशांक: 13°12′58″N 75°59′28″E / 13.216°N 75.991°Eनिर्देशांक: 13°12′58″N 75°59′28″E / 13.216°N 75.991°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | कर्नाटक |
तहसील | बेलूर |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 6,458 |
भाषा | |
• प्रचलित | कन्नड़ |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
हलेबीडु (Halebidu) भारत के कर्नाटक राज्य के हासन ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व (हिन्दू और जैन) धार्मिक स्थल है, जो पूर्वकाल में होयसल राजवंश की राजधानी रहा था।[1][2]
इसे पूर्व में दोरसमुद्र या द्वारसमुद्र भी कहा जाता था। यह होयसाल राजवंश की राजधानी रहा है। इस कारण यह होयसाल स्थापात्यकला का अद्भुत केन्द्र है, जिसके मुख्य नमूने हैं होयसालेश्वर और केदारेश्वर मंदिर। वर्तमान हैलेबिडु का अर्थ है नष्ट शहर। इस शहर को बहमनी साम्राज्य द्वारा दो बार नष्ट किया गया था। हेलिबिड को भारतीय मंदिर और शिल्प कला का दर्शन कराने वाले स्थान के रूप में जाना जाता है। बेलूर के संग जुड़वा नगर कही जाने वाली यह जगह तीन शताब्दियों तक (११वीं शताब्दी के मध्य से १४वीं शताब्दी के मध्य तक) होयसल वंश का गढ़ था। बेलूर-हेलिबिड की स्थापना जन अनुयायी नृपा कामा ने की थी। लेकिन इसे वास्तविक प्रसिद्धि होयसला वंश के शासन काल में बने मंदिरों के लिए मिली। होयसला शासक कला और शिल्प के संरक्षक थे। बेलूर और हेलिबिड में इन्होंने भव्य मंदिरों का निर्माण कराया जो आज भी उसी शान से खड़े हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 73 यहाँ से गुज़रता है।
Halebid से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |
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