एटीएस-1 अर्ध्रा ATS-1 Ardhra | |
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प्रकार | बिना इंजिन वाला प्रशिक्षण विमान |
उत्पादक | नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड |
प्रथम उड़ान | 5 मार्च 1979 |
हिंदुस्तान अर्ध्रा (Hindustan Ardhra) 1970 के दशक के अंत में एटीएस-1 अर्ध्रा के रूप में भारत के नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा पायलट को प्रशिक्षण देने के लिए तैयार किया गया था। यह परंपरागत विन्यास और लकड़ी से निर्मित दो सीट वाला विमान था। भारतीय वायु सेना द्वारा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को 1980 के दशक के आरंभ में पचास विमानो का आदेश दिया था।
एटीएस-1 अर्ध्रा के चालक दल की क्षमता 2 है। इसकी लंबाई 8.61 मीटर है, 16.5 मीटर के पंख और 2.46 मीटर ऊँचाई है। सैलप्लेन में वार्टमैन एफएक्स-61-184 का एयरफोइल है। यह अधिकतम 508 किलोग्राम वजन के साथ उड़ने में सक्षम है और इसमें 328 किलोग्राम वजन का खाली भार होता है।
इसके प्रदर्शन की ओर देखे तो, सैलप्लान की 61 किमी/घंटा की स्टाल गति है जिसके बाद यह अपनी गति 201 किमी/घंटा की अधिकतम गति तक बढ़ा सकता है। इसका अधिकतम ग्लाइड अनुपात 26 है और g सीमाएं +5.3 -2.65 है। विमान में सिंक की दर 0.78 मी/से है।
जेन के ऑल वर्ल्ड एयरक्राफ्ट 1988-89[1] से डेटा
सामान्य विशेषतायें
प्रदर्शन