एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे | |
---|---|
निष्ठा | India |
सेवा/शाखा | महाराष्ट्र पुलिस, आतंक विरोधी दस्ता |
सेवा वर्ष | 1999-2008 |
उपाधि | प्रमुख |
दस्ता | महाराष्ट्र पुलिस, आतंक विरोधी दस्ता |
सम्मान | अशोक चक्र |
एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, अशोक चक्र (जन्म १९५४-२६ नवम्बर २००८) मुंबई के आतंक विरोधी दस्ते के प्रमुख थे। वे २६ नवम्बर २००८ को मुंबई में हुए श्रेणीबद्ध धमाकों और गोलीबारी का बहादुरी से सामना करते हुए शहीद गए। एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे १९८२ बैच के आईपीएस अधिकारी थे। नागपुर के विश्वेश्वर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले करकरे ने डॉ॰ केपी रघुवंशी से मुंबई एटीएस के प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था।
एटीएस प्रमुख करकरे ने चंद्रपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी काम किया था। नॉरकोटिक्स विभाग में तैनाती के दौरान उन्होंने पहली बार विदेशी ड्रग्स माफिया को गिरगांव चौपाटी के पास मार गिराने का कारनामा कर दिखाया था।[1] वे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए ऑस्ट्रिया में सात साल तक अपनी सेवाएँ देने के बाद इसी साल महाराष्ट्र कैडर में वापस लौटे थे। इसके तत्काल बाद ही जनवरी में उन्हें एटीएस प्रमुख बनाया गया था। वे इन दिनों २९ सितंबर ०८ को मालेगांव में हुए बम विस्फोट की गुत्थी सुलझाने में जुटे हुए थे। मुंबई पुलिस ने एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के रूप में एक जांबाज और दिलेर अधिकारी खो दिया है। स्वभाव से बेहद शांत और संयमी एटीएस प्रमुख करकरे पुलिस महकमे में अपनी ईमानदारी और निष्ठा के लिए जाने जाते थे।