हेलेन | |
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निर्देशक | मथुकुट्टी जेवियर |
लेखक |
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निर्माता | विनीत श्रीनिवासन |
अभिनेता |
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छायाकार | अनंद सी. चंद्रन |
संपादक | शमीर मोहम्मद |
संगीतकार | शान रहमान |
निर्माण कंपनियां |
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वितरक | फनटैस्टिक फिल्म्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
117 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | मलयालम |
हेलेन 2019 की मलयालम भाषा की भारतीय फ़िल्म है।[1] इसका निर्देशन मथुकुट्टी जेवियर ने किया है (यह उनके द्वारा निर्देशित पहली फिल्म है) और इसका निर्माण विनीत श्रीनिवासन ने किया है। फिल्म में अन्ना बेन मुख्य भूमिका में हैं, जबकि लाल, नोबल बाबू थॉमस, अजू वर्गीज, रोनी डेविड और बीनू पप्पू सहायक भूमिकाओं में हैं। इसे अल्फ्रेड कुरियन जोसेफ, नोबल बाबू थॉमस और मथुकुट्टी जेवियर ने लिखा है। इसका संगीत शान रहमान ने तैयार किया है।
हेलेन 15 नवंबर 2019 को सिनेमाघरों में जारी हुई थी। फिल्म ने दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते - पदार्पण निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ मेकअप कलाकार।[2] इसे 2022 में हिन्दी में मिली नाम से बनाया गया था। इसका निर्देशन भी मथुकुट्टी जेवियर ने किया और जाह्नवी कपूर ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई।[3][4]
हेलेन पॉल ने नर्सिंग में बीएससी स्नातक की है। वह विदेश में नौकरी के लिए आईईएलटीएस कोचिंग कक्षाओं में भाग लेती है। वह एक आलीशान मॉल के अंदर द चिकन हब नामक एक रेस्तरां में अंशकालिक काम भी करती है। वह अपने पिता पॉल के साथ रहती है, जो कि एक बीमा एजेंट हैं। पॉल को हेलेन की विदेश जाने की योजना पसंद नहीं है। पॉल एक रूढ़िवादी ईसाई है और हेलेन का गैर-ईसाई दोस्तों के साथ जुड़ने उसे ठीक नहीं लगता। पॉल को पता नहीं है कि हेलेन का एक अज़हर नाम का मुस्लिम प्रेमी है। एक रात, जब अज़हर हेलेन को उसके घर ले जा रहा होता है, तो उन्हें पुलिस रोकती है। वह उसे हेलमेट न पहनने और शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए दंडित करती है। वे दोनों पुलिस स्टेशन लाए जाते हैं। पॉल को थाने बुलाया जाता है। पॉल अपनी बेटी को ऐसे किसी के साथ देखकर निराश हो जाता है और बातचीत करने के उसके कई प्रयासों के बावजूद उससे बात नहीं करता है।
एक दिन चिकन हब में काम के बाद हेलेन के प्रबंधक जयशंकर अनजाने में उसे फ्रीजर रूम में बंद कर देते हैं। -18 डिग्री सेल्सियस पर, हेलेन को कड़ाके की ठंड में जीवित रहना पड़ता है। वह खुद को जीवित रखने के लिए हर संभव कोशिश करती है। वह वाष्पीकरण पंखे को रोकने की कोशिश करती है लेकिन उसका पैर अपनी जगह से उखड़ जाता है। उसे ठंड लगने लगती है और उसकी नाक से खून बहने लगता है। उसके पिता को चिंता होने लगती है कि हेलेन घर नहीं पहुँची है। वह अपने पड़ोसी की मदद से हेलेन की तलाश करता है। वे उसके सभी सहकर्मियों को बुलाते हैं लेकिन सभी कहते हैं कि उन्हें कुछ नहीं पता। अज़हर भी जाँच में शामिल हो जाता है। वे शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन जाते हैं लेकिन उन्हें अज़हर पर शक होता है। वहां फिर पॉल का झगड़ा होने के कारण हेलेन के बारे में नहीं पता चल पाता।
इस बिंदु पर, वे मॉल के एक चौकीदार से मिलते हैं जो कहता है कि हेलेन शायद मॉल से बाहर नहीं गई होगी क्योंकि वह अक्सर उसे अंदर-बाहर आते-जाते देखता है। वे चिकन हब की ओर भागते हैं और फ़्रीज़र खोलते हैं। अंत में, 5 घंटे बाद, वे हेलेन को ढूंढ़ लेते हैं। उसे हाइपोथर्मिया के अंतिम चरण से ठीक पहले अस्पताल ले जाया जाता है। हेलेन अपने पिता और प्रेमी से फिर मिलती है। डॉक्टर कहता है कि वह खतरे से बाहर है और उसे बाद में फिजियोथेरेपी की आवश्यकता है। वह आगे कहता है कि किसी भी आम आदमी या महिला के लिए उस ठंडे मौसम में जीवित रहना मुश्किल है और हेलेन एक बहादुर लड़की है। जब चौकीदार पॉल से पूछता है कि उसकी बेटी का नाम क्या है, तो पॉल गर्व से जवाब देता है, "हेलेन"।