भारत के अन्य राज्यों की तरह राजधानी दिल्ली में २०२० भारत में कोरोनावायरस महामारी की पुष्टि की गई और साथ ही लॉकडाउन की घोषणा भी की गई है। दिल्ली में पहला मामला 2 मार्च 2020 को दर्ज किया गया था।[1] महामारी के कारण दिल्ली में कई खेल कार्यक्रम होने वाले थे जिसे स्थगित करना पड़ा।[2][3] 19 अप्रैल 2025 तक दिल्ली में एक्स्प्रेशन त्रुटि: - का घटक नहीं मिला पुष्ट मामले है
[1]
जिनमें से की मृत्यु हो चुकी है।[4][2]
रिपोर्ट के अनुसार 28 मार्च 2020 को लॉकडाउन के बाद दिल्ली की गुणवत्ता सूचकांक में सुधार हुआ और आवाजाही कम हो गई।
[5]
29 मार्च 2020 को बिहार[3][4] और उत्तर प्रदेश के हजारों प्रवासी आनंद विहार बस स्टेशन पर एकत्रित हुए।[6]
जबकि निज़ामुद्दीन क्षेत्र में अलमी मरकज़ बंगलेवाली मस्जिद में एक धार्मिक सभा में 200 से अधिक लोग संक्रमित लोगों के संदिग्ध संपर्क के बाद अलग (संगरोध) किए गये।[7][8][9]
5 मार्च को, दिल्ली में नए केस बढ़ने के कारण राज्य सरकार ने सभी प्राइमरी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला लिया।[10]
12 मार्च को, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आदेश दिया कि मार्च अंत तक सभी स्कूल, कॉलेज और सिनेमाघर बंद रहेंगे।[11]
19 मार्च को, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 31 मार्च तक राजधानी के सभी रेस्तरां बंद करने की घोषणा की।[12]
20 मार्च को, दिल्ली सरकार ने घोषणा की कि दिल्ली में सभी मॉल केवल सब्जी, किराना और दवा की दुकानों के लिए खुले रहेंगे।[13]
21 मार्च को, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राशन योजना पर निर्भर रहने वाले 7.2 मिलियन लोगों के लिए मुफ्त राशन 5 किलोग्राम से बढ़ाकर 7.5 किलोग्राम कर दिया।[14]
22 मार्च को, रोम, इटली से एयर इंडिया द्वारा 263 भारतीयों को निकाला गया और फिर दिल्ली के पास भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के शिविर में रखा गया।[15]
23 मार्च को, शाम 6 बजे केजरीवाल ने यह फैसला लिया कि दिल्ली में लॉकडाउन कम से कम 31 मार्च तक रहेगा।[16]
1 अप्रैल को, दिल्ली में, अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि अगर इलाज के दौरान डॉक्टर, नर्स या स्वच्छता कार्यकर्ता की मृत्यु हो जाती है, तो उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।[17]
19 अप्रैल को, अरविंद केजरीवाल ने यह फैसला लिया की 20 अप्रैल को दिल्ली के सभी 11 जिलों में कोरोना के हॉट स्पॉट है। इसलिए दिल्ली में कहीं भी लोक डाउन में कोई छूट नहीं दी जाएगी।पूरी दिल्ली में लोक डाउन पहले कि तरह ही रहेगा।[18]