मन की बात, आकाशवाणीसँ प्रसारित होमए वला एक कार्यक्रम छी जाहिमे भारतक प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी भारतक नागरिकसभकेँ सम्बोधन करैत छथि।[१] ई कार्यक्रमक पहिल प्रसारण सन् २०१४ अक्टुबर ३ मे कएल गेल छल। सन् २०१५ जनवरीमे अमेरिकाक राष्ट्रपति बाराक ओबामा सेहो हुनका सङ्गहि कार्यक्रममे भाग लेनए छल आ भारतक जनतासभक पत्रसभक उत्तर सेहो देनए छल। सन् २०२३ अप्रैल ३० केर 'मन की बात' कऽ १००म् भाग प्रसारित भेल छल।
सन् २०२१ जुलाईमे राज्यसभामे सूचना आ प्रसारण मन्त्रीद्वारा देल गेल एक बयानक अनुसार, कार्यक्रमक मुख्य उद्देश्य 'दिन-प्रतिदिनक शासनक मुद्दापर नागरिकसभक सङ्ग सम्वाद स्थापित करनाए अछि'। ई कार्यक्रम भारतक 'पहिल नेत्रहीन समृद्ध रेडियो कार्यक्रम' छी।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी प्रत्येक मास अल इन्डिया रेडियो पर देशकेँ सम्बोधित करैत अछि। आधिकारिक रूपमे सन् २०१४ अक्टुबर ३ सँ शुरू भेल एहि कार्यक्रमक उद्देश्य प्रधानमन्त्रीक आवाज आ विचारकेँ भारतक आम जनता धरि पहुँचाबय केर अछि।[२] ग्रामीण आ कम विकसित क्षेत्र तथा विशेष रूपसँ अलग-थलग क्षेत्रमे टेलिभिजन कनेक्सन एखन धरि भारतमे उपलब्ध नहि अछि तहि लेल रेडियो केर अप्पन व्यापक पहुँचक कारण ई कार्यक्रम केर जन माध्यमक रूपमे चुनल गेल छल। अनुमानित ९०% भारतीय जनसँख्या एहि माध्यमसँ पहुँचल जा सकैत अछि। दूरदर्शनक डायरेक्ट टु होम (डिटिएच) सेवा टेलिभिजन आ रेडियो च्यानल पर निःशुल्क डिस २० मिनट लम्बा एपिसोडक फिड प्रसारित करैत अछि।
पहिल 'मन की बात' कार्यक्रम सन् २०१४ अक्टुबर ३ केर विजयादशमीक अवसर पर प्रसारित कएल गेल छल। एकर बाद सन् २०१४ नवम्बर २ मे दोसर प्रसारण भेल छल।
'मन की बात'क पहिल पन्द्रह प्रसारणमे एकर वेबसाइट पर ६१,००० सँ अधिक विचार प्राप्त भेल छल तँ श्रोतासभद्वारा १.४३ लाख अडियो रिकर्डिङ प्राप्त भेल छल। प्रत्येक महिना, किछु चुनल कल प्रसारणक हिस्सा बनैत अछि। सन् २०१७ जुन २ सँ 'मन की बात' क्षेत्रीय बोलीसभमे सेहो उपलब्ध भेल छल। एकर उद्देश्य अछि जतय धरि सम्भव भऽ सकए कार्यक्रमक पहुँचक विस्तार करब। कार्यक्रमक ५०म एपिसोड सन् २०१८ नवम्बर २५ केँ अल इन्डिया रेडियो पर प्रसारित कएल गेल छल।