अनुजा चौहान Anuja Chauhan | |
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जन्म | १९७० |
राष्ट्रियता | भारतीय |
व्यवसाय | लेखिका |
प्रसिद्धि कारण | द जोया फैक्टर (२००८) "बेटल फर बिटोरा" (२०१०) "ठोसे प्रिन्सी ठाकुर गर्ल्स" (२०१२) |
अनुजा चौहान (जन्म १९७०; मेरठ, उत्तर प्रदेश) लेखिका आ उपन्यासकार छी आ विज्ञापन लिखऽ मे हिनका ख्याती प्राप्त अछि।[१][२]सन् १९९३ मे हिनका द्वारा दुनियाक चारिम सभसँ पैग विज्ञापन प्रसारक कम्पनी जेडब्ल्युटीमे प्रवेश केनए छल, जतय ओ एहि वर्ष राजनिमा दऽ देनए छल । पेप्सी, कोका कोला कऽ लेल ‘ये दिल माङ्गे मोर’, ‘मेरा नम्बर कब आएगा’, ‘नथिङ्ग अफिसियल एबाउट इट’, 'ओए बब्ली', माउन्टेन ड्यू कऽ लेल ‘डर के आगे जीत है’, कुरकुरे कऽ लेल ‘टेढ़ा है पर मेरा है’ जका शानदार आदर्श वाक्यसभ हिनके द्वारा देल गेल छल । अनुजा चौहान द्वारा 'द जोया फ्याक्टर[३] आ 'ब्याटल फर बिटोरा' जका उत्कृष्ट विक्री वितरण भेल किताबसभ सेहो लेखन केनए अछि ।[४]
अनुजा चौहान मिरान्डा हाउस, दिल्ली विश्वविद्यालय सँ अर्थशास्त्रमे स्नातक उतिर्ण केनए अछि। ओकर बाद ओ आरएमआईटी विश्वविद्यालय सँ मास मिडिया सेहो केनए अछि।[१] मेरठमे जन्मल आ बढ़ल अनुजाक वाल्यकाल कऽ अधिकांश समय उत्तर भारतक विभिन्न आधुनिकता सँ सम्पन्न शहरसभमे व्यतित भेल छल।[१] हिनकर पैग बहीन नन्दिनी बाजपेई सेहो एक भारतीय लेखिका छी।[५] हिनकर पिता भारतीय सेनामे कार्यरत छल। चारि बहीनसभमे सभ सँ छोट अनुजाकें अपन तीन बच्चा अछि- नीहारिका मार्गेट्र, नयनतारा वायलेट आ दैविक जन।[६]
अनुजा रचनात्मक क्षेत्रमे काज करै लेल चाहैत छल, एहि कारण अर्थशास्त्रक बाद ओ मास मिडियाक अध्ययन केनए छल। सन १९९३ मे हिनका दुनियाक चारिम सभ सँ पैग विज्ञापन प्रसारक कम्पनी जेडब्ल्युटी काम देनए छल। अनुजा भारतीय बाजारक लेल बहुत रास विज्ञापन तैआर केनए अछि । पेप्सी कोला इन्डिया कऽ लेल ‘ये दिल माङ्गे मोर’, ‘मेरा नम्बर कब आएगा’, ‘नथिङ् अफिसियल एबाउट इट’, माउन्टेन डयू कऽ लेल ‘डर के आगे जीत है’, कुरकुरे कऽ लेल ‘टेढ़ा है पर मेरा है’ आदि आदर्श वाक्य[१][७]
सन २००३ मे ३३ वर्षक उमरमे ओ सभ सँ कम उमरमे एकटा विज्ञापन प्रसारक कम्पनीकें उपाध्यक्ष आ कार्यकारी निर्देशक बनल छल। मुदा अनुजा अभिव्यक्तिकें पूर्ण स्वतन्त्रता चाहैत छल । सन २००६ मे ओ एक उपन्यास पर काज शुरू केलक, जकर नाम ओ ‘जोया फ्याक्टर’ राखलक। हार्पर कलिन्सद्वारा प्रकाशित ई किताबकें बाजारमे खूब चर्चा आ सराहना प्राप्त भेल छल। सन् २००८ आ सन् २००९ मे हिनकाद्वारा लिखल गेल पुस्तकक लेल पुरस्कार प्राप्त भेल छल। शाहरुख खानक रेड चिलिज इन्टरटेनमेन्ट हिनकाद्वारा लिखल किताबक अधिकार खरिद केनए छल। अनुजा सन् २०१० मे विज्ञापन करियर छोड़ि लेखनमे अधिक व्यस्त भऽ गेल । हुनकर दोसर किताब ‘ब्याटल फर बिटोरा’ सेहो बहुतेक चर्चित रहल।[८][९]
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