केदारनाथ मन्दिर भारतक उत्तराखण्ड राज्यक रूद्रप्रयाग जिलामे स्थित अछि । उत्तराखण्डमे हिमालय पर्वतक गोदमे केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिङ्गमे सम्मिलित अछि चार धाम[क] आ पञ्च केदार[ख]मे सँ एक छी । अहि जगहक प्रतिकूल जलवायुक कारण ई मन्दिर अप्रैलसँ नवम्बर मासक मध्य दर्शनक लेल खुलैत अछि । पत्थरसँ बनल कत्यूरी शैलीसँ बनल ई मन्दिरक बारेमे कहल जाएत अछि कि एकर निर्माण पाण्डव वंशक जनमेजय करौने छल । अहि ठामक स्वयम्भू शिवलिङ्ग अति प्राचीन अछि । आदि शंकराचार्य ई मन्दिरक जीर्णोद्धार करेनए छल ।[१] [२]
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द्वादश ज्योतिर्लिङ्ग स्तोत्रम् - सौराष्ट्रहरु सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। उज्जयिन्यां महाकालमोङ्कारममलेश्वरम्॥परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्। सेतुबन्धे तँ रामेशं नागेशं दारुकावने॥ वाराणस्यां तँ विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे। हिमालये तँ केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः। सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति॥ एतेशां दर्शनादेव पातकं नैव तिष्ठति। कर्मक्षयो भवेत्तस्य यस्य तुष्टो महेश्वराः॥ |
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