महल या प्रासाद भव्य गृहकें कहल जाइत अछि । मुदा विशेष रूपसँ राजा या राज्यक सर्वोच्च सत्ताधीशक गृहकें महल कहल जाइत अछि । बहुत रास ऐतिहासिक महलसभक उपयोग आई काल्हि संसद, सङ्ग्रहालय, होटल या कार्यालयकें रूपमे कएल जाए रहल अछि ।
भारतक प्राचीन वास्तुविद्याक अनुसार 'प्रासाद' लम्बा, चौड़ा, उंच आ बहुतेक भूमिसभक पक्का या पत्थरक घरकें कहल जाइत अछि जाहिमे अनेक शृङ्ग, शृङ्खला, अण्डकादि होए तथा अनेक द्वार आ गवाक्षसभसँ युक्त त्रिकोश, चतुष्कोण, आयत, वृत्त शालासभ होए ।
पुराणसभमे मात्र राजासभ आ देवतासभकें गृहकें प्रासाद कहल गेल अछि ।