संस्कृति आ मासिक धर्ममासिक धर्म एक घटना छी जे महिलासभक लेल अद्वितीय अछि । मुदा, ई सामाजिक पारम्परिक रुपसँ मिथ्या आ कुरीति सँ घेरल अछि जहि कारण महिलासभक सामाजिक-सांस्कृतिक जीवनक बहुतो रास वस्तुस्थिति सँ अलग करि दैत अछि ।[२] अपन सभक समाजमे, ई बिषय एखन धरि प्रतिवन्धित रहल अछि बहुतो समाजसभमे मासिक धर्मक बारेमे एहन प्रकारक मान्यता अछि । जहि कारण सँ महिलासभक भावनात्मक ,मानसिकता आ जीवन शैली लगायत सभसँ महत्वपूर्ण, स्वास्थ्य पर प्रभाव होएत अछि । मासिक धर्म चक्र प्रजनन चक्रक प्राकृतिक प्रकृया छी, जहिमे गर्भाशय सँ रक्त योनि सँ निकलैत अछि । ई एक प्राकृतिक प्रक्रिया छी जे लगभग ११ सँ १४ वर्षक उमरक महिलामे शुरू होएत अछि आ एकरा युवावस्थाक शुरुआतक सङ्केतक रुपमे सेहो देखल जाइत अछि ।[३]
↑Knight, C. (1995). Blood relations: Menstruation and the origins of Culture. London & New Haven: Yale University Press. प॰ 443. Re-drawn after Wright, B. J. (1968). Rock Art of the Pilbara Region, North-west Australia. Canberra: Australian Institute of Aboriginal Studies. fig. 112.
↑Turnbull, C. M. 1960. The Elima: a premarital festival among the Bambuti Pygmies. Zaïre 14: 175-92.
↑Allen, Kevin (2007). The Reluctant Hypothesis: A History of Discourse Surrounding the Lunar Phase Method of Regulating Conception. Lacuna Press. प॰ 239. आइएसबिएन978-0-9510974-2-7.