film production company | |||
माध्यमे अपभारण करा | |||
![]() | |||
प्रकार | film production company | ||
---|---|---|---|
स्थान | भारत | ||
स्थापना |
| ||
![]() | |||
| |||
![]() |
फिल्मीस्तान स्टुडीओ हे गोरेगाव, मुंबई येथे स्थित एक भारतीय चित्रपट स्टुडिओ आहे. एसव्ही रोडवरील पाटकर कॉलेजजवळ, पाच एकरात पसरलेल्या या स्टुडिओमध्ये सात शूटिंग मजले आणि बाहेरच्या चित्रीकरणासाठी मंदिर आणि बाग आहे.[१] ती पूर्वी चित्रपट निर्मिती कंपनी म्हणूनही कार्यरत होती.[२]
शशाधर मुखर्जी, राय बहादूर चुनीलाल (संगीत दिग्दर्शक मदनमोहन यांचे वडील), अशोक कुमार आणि ग्यान मुखर्जी यांनी दिग्दर्शक हिमांशू राय यांच्या निधनानंतर बॉम्बे टॉकीज (चित्रपट निर्मिती संस्था आणि स्टुडिओ १९३४-५३) सोडले. उस्मान अली खान "हैदराबादचे निजाम" यांनी दिलेल्या निधीतून १९४३ मध्ये फिल्मीस्तान स्टुडिओची स्थापना केली.
वर्ष | चित्रपट | दिग्दर्शक |
---|---|---|
१९४४ | चल चल रे नौजवान | ग्यान मुखर्जी |
१९४५ | मजदूर | नितीन बोस |
१९४६ | एट डेज | |
शिकारी | ||
१९४७ | दो भाई | मुन्शी दिल |
१९४८ | नदिया के पार | किशोर साहू |
शहिद | रमेश सहगल | |
१९४९ | शबनम | बिभूती मित्रा |
१९५० | सरगम | पी.एक. संतोषी |
१९५१ | शाबिस्तान | बिभूती मित्रा |
१९५२ | आनंद मठ | हेमेन गुप्ता |
१९५३ | अनारकली | नंदलाल जसवंतलाल |
१९५४ | जागृती (फिल्मफेर सर्वोत्तम चित्रपट पुरस्कार) |
सत्येन बोस |
नागीन | नंदलाल जसवंतलाल | |
नास्तीक | आय.एस. जोहर | |
शर्त | आय.एस. जोहर | |
१९५५ | मुनिमजी | सुबोध मुखर्जी |
आब-ए-हयात | रमणलाल देसाई | |
भागवत महिमा | ||
१९५६ | दुर्गेश नंदिनी | बिभूती मित्रा |
हम सब चोर है | आय.एस. जोहर | |
हीर | हमीद बट | |
१९५७ | तूमसा नहीं देखा | नासिर हुसेन |
पेइंग गेस्ट | सुबोध मुखर्जी | |
चंपाकली | नंदलाल जसवंतलाल | |
१९५८ | संसार | चतुर्भुज दोशी |
सून तो ले हसीना | एस.पी. बक्षी | |
१९५९ | खुबसूरत धोका | राम प्रकाश |
मैने जीना सिख लिया | सतीश निगम | |
१९६० | बाबर | हेमेन गुप्ता |
१९६४ | गूज का चांद | नितीन बोस |