उउत्कृष्ट अन्तर्राष्ट्रिय चलचित्रको लागि एकेडेमी पुरस्कारका लागि विचारका लागि चलचित्र पेश गर्ने सयभन्दा बढी देशमध्ये नेपाल पनि परेको छ। नेपालले पहिलो पटक सन् १९९९ मा पेश गरेको थियो।
वर्ष | शीर्षक | निर्देशक | नतिजा |
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सन् १९९९ | हिमालय | एरिक भल्ली | मनोनित |
सन् २००० | मुकुन्डो | छिरिङ रितार शेर्पा | मनोनयन गरिएन |
सन् २००३ | मुनामदन | ज्ञानेन्द्र देउजा | मनोनयन गरिएन |
सन् २००६ | बसाइँ | सुवास गजुरेल | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१३ | सुनगाभा[१] | सुवर्ण थापा | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१४ | झोला[२] | यादवकुमार भट्टराई | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१५ | टलकजङ भर्सेज टुल्के[३] | निश्चल बस्नेत | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१६ | कालो पोथी[४] | मीनबहादुर भाम | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१७ | सेतो सूर्य[५] | दीपक रौनियार | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१८ | पञ्चायत[६] | शिवम अधिकारी | मनोनयन गरिएन |
सन् २०१९ | बुलबुल[७] | बिनोद पौडेल | मनोनयन गरिएन |
सन् २०२२ | ऐना झ्यालको पुतली[८] | सुजित बिडारी | मनोनयन गरिएन |